डिप्रेशन में भोजपुरी एक्ट्रेस रानी चटर्जी, कहा- अब और नहीं होता बर्दाश्त, आत्महत्या कर लूंगी
By अमित कुमार | Published: July 1, 2020 09:10 AM2020-07-01T09:10:48+5:302020-07-01T09:10:48+5:30
भोजपुरी ऐक्ट्रेस रानी चटर्जी ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर अपना दर्द शेयर किया। उन्होंने बताया कि इन दिनों वह किस मानसिक तनाव से गुजर रही हैं।
भोजपुरी ऐक्ट्रेस रानी चटर्जी इन दिनों डिप्रेशन से गुजर रही हैं। रानी चटर्जी ने खुद इस बात का खुलासा अपने फेसबुक पोस्ट के जरिए किया है। रानी के मुताबिक धनंजय सिंह नाम के व्यक्ति की वजह से वह डिप्रेशन में इस हद तक चली गई हैं कि उन्हें सुसाइड करने के ख्याल आते हैं। रानी ने इस मामले में मुंबई पुलिस से मदद की गुहार लगाई है।
फेसबुक पर रानी चटर्जी ने अपने साथ हो रहे खराब व्यवहार को फैंस के साथ शेयर किया। रानी चटर्जी ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा, 'डिप्रेशन से मैं बहुत ज्यादा अब डिस्ट्रब हो चुकी हूं अक्सर मैं स्ट्रॉन्ग बने रहने की और पॉजिटिव बने रहने की बात करती हूं पर अब और नहीं हो पा रहा है। ये आदमी कई सालो से मेरे बारे में न जाने कितनी गंदी-गंदी बातें फेसबुक पर लिख रहा है।
मेरी निजी जिंदगी तनाव पैदा कर रहा यह शख्स
रानी ने अपनी बात को जारी रखते हुए आगे लिखा कि मैंने बहुत इग्नोर करने की कोशिश की, मैंने कई लोगों से बात की पर सबने कहा कि इग्नोर करो पर मैं भी तो इंसान हूं। मैं मोटी हूं मैं बुढ़िया हूं या मैं कोई काम करती हूं तो ये इतनी भद्दी बातें लिखता है, लोग मुझे ये सब भेजते है और कहते है इग्नोर करो अब नहीं हो सकता इग्नोर।' मैं कई सालों से इस बात को लेकर काफी परेशान हों चुकी हूं मानसिक तनाव से गुजर रही हूं। ये शायद चाहता है कि मैं अपनी जान दे दूं इसकी वजह से मेरी निजी जिंदगी में बहुत तनाव है।
रानी चटर्जी ने मुंबई पुलिस से की ये खास रिक्वेस्ट
उन्होंने आगे कहा कि मुंबई पुलिस से ये मेरी रिक्वेस्ट है अगर मैं कुछ कर लेती हूं तो इसका जिममेदार धनंजय सिंह होगा। मैंने साइबर सेल में भी इसकी शिकायत की थी पर वहां पर कहा गया कि इसने मेरा नाम नहीं लिखा है, पर मैं जानती हूं ये सिर्फ मेरे लिए लिखता है, इसके ऐसे पोस्ट पर लोग मेरा नाम लिख कर गंदी-गंदी गालियां लिखते हैं और ये उसके मजे लेता है। मैं हताश हो चुकी हूं अब हिम्मत नहीं बची, या तो मैं आत्महत्या कर लूं क्योंकि मैं बहुत बुरे डिप्रेशन से गुजर रही हूं इसकी वजह से कई सालो सें। अब और नहीं होता बर्दाश्त।'