भाई-भतीजावाद बहस के बीच छलका अभिषेक बच्चन का दर्द, कहा- कई डायरेक्टर्स और प्रोड्यूसर्स के पास गया पर...
By अमित कुमार | Published: June 22, 2020 03:07 PM2020-06-22T15:07:36+5:302020-06-22T15:07:36+5:30
अभिषेक बच्चन ने बताया कि बॉलीवुड में डेब्यू करना उनके लिए कितना मुश्किल था। एक दौर था जब वह डायरेक्टर्स और प्रोड्यूसर्स के पास चक्कर लगाया करते थे, लेकिन उन्हें काम नहीं मिलता था।
सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से ही बॉलीवुड में नेपोटिजम की चर्चाएं फिर तेज हो गई है। पिछले काफी समय से बॉलिवुड में नेपोटिजम पर बात की जा रही है। फिल्म इंडस्ट्री के ही कई लोग ऐसा आरोप लगा रहे हैं कि बॉलीवुड में होने वाले भेद-भाव की वजह से सुशांत सिंह राजपूत की जान गई। हर साल कई स्टारकिड बॉलीवुड में डेब्यू करते हैं, लेकिन उस मुकाबले टैलेंटेड एक्टरों का डेब्यू बहुत कम होता है।
सुशांत सिंह राजपूत उन कलाकारों में से थे जिन्होंने बॉलीवुड में अपनी एक अलग पहचान बनाई थी। टीवी की दुनिया से बॉलीवुड में अलग-अलग रोल कर सुशांत ने खुद को साबित किया था। भाई-भतीजावाद पर चल रहे बहस के बीच एक्टर अभिषेक बच्चन ने अब अपना अनुभव शेयर किया है। फिल्म इंडस्ट्री में 20 साल पूरा करने वाले अभिषेक ने बताया कि उन्हें शुरुआत में किस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा था।
शुरुआती दिनों में अभिषेक को करना पड़ा था स्ट्रगल
अभिषेक बच्चन ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया है जिसमें उन्होंने अपने स्ट्रगल के दिनों का जिक्र किया। अपने पोस्ट के साथ अभिषेक बच्चन ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘ साल 2009...दिल्ली 6 और पा। कम लोग ही जानते होंगे कि 1998 में, मैं और राकेश ओमप्रकाश मेहरा एक साथ फिल्मी करियर की शुरुआत करना चाहते थे, लेकिन उस दौरान हमें कोई मदद नहीं मिली।'
हमेशा रहेगा 'समझौता एक्सप्रेस' नहीं बनने का मलाल
अभिषेक बच्चन ने आगे लिखा कि राकेश ओमप्रकाश मेहरा मुझे 'समझौता एक्सप्रेस' के लिए डायरेक्ट करना चाहते थे, लेकिन काफी कोशिशों के बावजूद हमें कोई लॉन्च करने वाला नहीं मिला। मुझे याद नहीं कि मैंने कितने निर्माता और निर्देशकों से मुलाकात की और उनसे एक मौका मांगने का निवेदन किया, लेकिन किसी से मौका नहीं मिला!' यह फिल्म नहीं बन सकी जिसका मलाल हमारे दिल में हमेशा रहेगा।'