महाभियोग से ट्रम्प डरे या डरा रहे?
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: September 1, 2018 02:09 PM2018-09-01T14:09:52+5:302018-09-01T14:09:52+5:30
ट्रम्प के महाभियोग की प्रक्रिया अर्थव्यवस्था में उथल-पुथल मचा सकती है या यह ट्रम्प की चाल है?
रहीस सिंह
पिछले दिनों अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक साक्षात्कार के दौरान कहा कि यदि उनके खिलाफ महाभियोग लाने का प्रयास किया गया तो इस तरह के किसी भी कदम से अर्थव्यवस्था को गहरा नुकसान पहुंचेगा, बाजार चरमरा जाएगा और हर कोई बहुत गरीब हो जाएगा। सवाल यह उठता है क्या ट्रम्प को यह एहसास हो चुका है कि उनके खिलाफ महाभियोग आएगा? एक बात और, ट्रम्प को यह भी पता है कि हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव तथा सीनेट में रिपब्लिकंस को बहुमत हासिल है इसलिए उनके खिलाफ महाभियोग के लिए लाया गया कोई प्रस्ताव विपक्ष पास नहीं करा पाएगा, फिर भी ट्रम्प इतना डरे हुए क्यों लग रहे हैं? या वे अपने डर को अर्थव्यवस्था से क्यों जोड़ रहे हैं? क्या वास्तव में ट्रम्प के महाभियोग की प्रक्रिया अर्थव्यवस्था में उथल-पुथल मचा सकती है या यह ट्रम्प की चाल है?
जहां तक ट्रम्प के डर का प्रश्न है तो इसका सबसे बड़ा कारण ट्रम्प की लोकप्रियता का घटना हो सकता है। दरअसल ट्रम्प पहले ऐसे राष्ट्रपति हैं जिनकी पद धारण करने के बाद लोकप्रियता सबसे ज्यादा घटी है। इसलिए 6 नवंबर को होने वाले मध्यावधि चुनाव में यदि संसद में रिपब्लिकंस की स्थिति कमजोर होती है तो फिर ट्रम्प का काउंट डाउन शुरू होने में देर नहीं लगेगी। रही बात अर्थव्यवस्था या उस पर पड़ने वाले प्रभाव की तो इस बहाने ट्रम्प कई निशाने लगा रहे हैं। ट्रम्प ने अपने साक्षात्कार में कहा है कि मैं नहीं जानता कि आप उस शख्स के खिलाफ महाभियोग कैसे ला सकते हैं, जिसने इतना अच्छा काम किया है। लेकिन जो असल पक्ष है वह यह कि कोहेन ने आठ गड़बड़ियों को स्वीकार किया है जिसमें टैक्स और बैंक फ्रॉड के मामले शामिल हैं। यदि वास्तव में इस घटना की तहें ढूंढी जाएं तो बैंकिंग तंत्र सुरक्षित और शक्तिशाली हैसियत में नहीं दिख पाएगा। इसका बाहरी दुनिया पर बेहद नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। जाहिर है यदि इस स्थिति में महाभियोग की कार्यवाही शुरू होती है तो फिर बाजार इसे नकारात्मक रूप में लेगा।