राजिंदर सिंह महाराज का ब्लॉग: नये साल का नया संकल्प
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: January 1, 2019 07:34 AM2019-01-01T07:34:11+5:302019-01-01T07:34:11+5:30
नया साल जब भी शुरू होता है तो बहुत से लोग संकल्प लेते हैं. कोई संकल्प एक दिन रख पाता है, कोई एक हफ्ते रखता है, कोई एक महीने रखता है और कोई-कोई होते हैं जो पूरे साल संकल्प बनाए रखते हैं.
अपनी-अपनी प्राथमिकता के आधार पर हम सब अपनी तरक्की व प्रगति के लिए नववर्ष का संकल्प करते हैं. कुछ लोग प्रतिदिन व्यायाम का, कुछ ज्यादा मेहनत का, कुछ सुबह जल्दी उठने का, कुछ व्यावसायिक प्रगति का, जबकि कुछ शराब-सिगरेट छोड़ने का.
इन सभी के साथ हमें आध्यात्मिक प्रगति का भी संकल्प करना चाहिए. एक अच्छा, नेक, पवित्र और सदाचारी इंसान बनने के लिए भी प्रयत्न करना चाहिए. नेक व्यक्ति बनने के लिए हमें बाहरी दुनिया में नहीं बल्कि अपने अंदर काम करना होगा, अपनी सोच व समझ को निखारना होगा. हम लोग दुनिया को एक दृष्टिकोण से देखते हैं. कई बार आप किसी से मिलते हो. उनसे आपकी बातचीत ऐसी होती है कि आपको लगता है कि ये इंसान सही नहीं. तो फिर आप उसी नजर से उनको देखना शुरू कर देते हो और ये भूल जाते हो कि वो इंसान जो आपको सही नहीं लग रहा उसमें शायद कई चीजें अच्छी हों.
सोचने योग्य बात यह है कि क्यों हम कुछ लोगों को पसंद नहीं करते या क्यों कुछ लोग हमें पसंद नहीं करते? ये इसलिए क्योंकि हम अपने आसपास के लोगों का आकलन केवल अपनी भौतिक दृष्टि से करते हैं. हम प्रभु से प्रार्थना करें कि जो हमारा दृष्टिकोण है ये खुले ताकि सबको हम एक ही नजर से देख पाएं.
हमें जब ये अहसास हो जाएगा कि जो प्रभु की शक्ति हममें काम कर रही है, वही दूसरे मनुष्यों में, जानवरों में और पेड़-पौधों में भी है, तब हम सबको अपना समझने लगेंगे. हमारी संवेदनशीलता औरों के प्रति बढ़ जाएगी, हमारी सोच व समझ सही मायने में बढ़ जाएगी.
इस नववर्ष हमें अपनी संपूर्ण प्रगति के लिए आध्यात्मिक संकल्प भी करना चाहिए कि हम रोजाना भजन-अभ्यास में समय दें ताकि हमें एक नेक, पवित्र और सदाचारी इंसान बनने में मदद मिले.