जयंतीलाल भंडारी ब्लॉग: भारतीय प्रतिभाओं का लोहा मान रही दुनिया

By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: June 9, 2023 01:46 PM2023-06-09T13:46:12+5:302023-06-09T13:56:00+5:30

दुनिया की विभिन्न कारोबार क्षेत्रों की बड़ी-बड़ी कंपनियां भारतीय प्रतिभाओं का लाभ लेने के मद्देनजर भारत का रुख कर रही हैं। भारत सॉफ्टवेयर सेक्टर में दुनिया में पहले क्रम पर है.

The world is recognizing the iron of Indian talents | जयंतीलाल भंडारी ब्लॉग: भारतीय प्रतिभाओं का लोहा मान रही दुनिया

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Highlightsभारत की नई पीढ़ी के लिए करियर के मौके देश ही नहीं दुनियाभर में विस्तारित हो रहे हैंभारत का फॉर्मा उद्योग उत्पादित मात्रा के आधार पर दुनिया में तीसरे क्रम पर हैडिजिटल कौशल से सुसज्जित भारतीय युवाओं की मांग बढ़ती जा रही है।

इन दिनों पूरी दुनिया में पिछले दिनों ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा भारतीय समुदाय को दिया गया वह संबोधन प्रचारित-प्रसारित हो रहा है जिसमें उन्होंने कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे युवा टैलेंट फैक्ट्री भारत में है।

 जहां भारतीय प्रतिभाएं देश के विकास में अहम भूमिका निभा रही हैं, वहीं देश के कुशल युवा और प्रवासी भारतीय विभिन्न देशों में अपनी प्रतिभा का बेहतरीन प्रदर्शन करके उन देशों के विकास में उल्लेखनीय योगदान दे रहे हैं। साथ ही दुनिया में भारत के विकास को गंभीरता से लिया जा रहा है। 

यह भी माना जा रहा है कि अगले 25 साल में विकसित होने के लक्ष्य के साथ जो देश आगे बढ़ रहा है, वह भारत है। नि:संदेह भारत की युवा प्रतिभाएं देश ही नहीं दुनिया की भी नई आर्थिक शक्ति बनते हुए दिखाई दे रही हैं।

वस्तुतः कोविड-19 के बाद नई डिजिटल अर्थव्यवस्था में भारत की कौशल प्रशिक्षित नई पीढ़ी अपनी गुणवत्तापूर्ण सेवाओं से कॉमर्स, बैंकिंग, मार्केटिंग, ट्रांजेक्शन, डाटा एनालिसिस, साइबर सिक्योरिटी, आईटी, टूरिज्म, रिटेल ट्रेड, हॉस्पिटैलिटी आदि उद्योग-कारोबार में अपना अहम योगदान देते हुए दिखाई दे रही है।

भारत की नई पीढ़ी के लिए करियर के मौके देश ही नहीं दुनियाभर में विस्तारित हो रहे हैं। न केवल अमेरिका में वरन् जापान, ब्रिटेन और जर्मनी सहित दुनिया के विभिन्न देशों में औद्योगिक और कारोबार आवश्यकताओं में तकनीक और नवाचार का इस्तेमाल तेज होने की वजह से आईटी के साथ ही कई अन्य क्षेत्रों में मसलन हेल्थकेयर, नर्सिंग, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रानिक्स, फूड प्रोसेसिंग, जहाज निर्माण, विमानन, कृषि, अनुसंधान, विकास, सेवा व वित्त आदि क्षेत्रों में डिजिटल कौशल से सुसज्जित भारतीय युवाओं की मांग बढ़ती जा रही है।

देश में खासतौर से इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण, आईटी सेवा और स्टार्टअप जैसे क्षेत्रों में लाखों की संख्या में नई नौकरियां सृजित हुई हैं. देश में अब तक डिजिटल अर्थव्यवस्था में करीब 88 लाख प्रत्यक्ष नौकरियों का सृजन किया गया है, यह आंकड़ा अगले दो वर्षों में एक करोड़ के स्तर को पार कर जाएगा।

यह कोई छोटी बात नहीं है कि दुनिया की विभिन्न कारोबार क्षेत्रों की बड़ी-बड़ी कंपनियां भारतीय प्रतिभाओं का लाभ लेने के मद्देनजर भारत का रुख कर रही हैं। भारत सॉफ्टवेयर सेक्टर में दुनिया में पहले क्रम पर है। भारत विश्व में दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल फोन विनिर्माता है और तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल मार्केट है।

भारत का फॉर्मा उद्योग उत्पादित मात्रा के आधार पर दुनिया में तीसरे क्रम पर है। साथ ही भारत दुनिया में सबसे अधिक मांग वाला तीसरा बड़ा विनिर्माण गंतव्य है। इलेक्ट्राॅनिक्स और रक्षा क्षेत्र में लगातार आयात पर निर्भर रहने वाला भारत अब बड़े पैमाने पर इनका निर्यात करने लगा है. स्टार्टअप की दुनिया में भारत का डंका बज रहा है. स्टार्टअप के क्षेत्र में भारत विश्व में तीसरे स्थान पर पहुंच चुका है. मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में भारत दुनिया में छठें क्रम पर और कृषि उत्पादन में नौवें क्रम पर है।

इसमें कोई दो मत नहीं है कि नई पीढ़ी के दम पर देश की अर्थव्यवस्था तेजी से डिजिटल हो रही है. भारत ने एक विश्वस्तरीय बहुआयामी मजबूत डिजिटल ढांचा विकसित कर लिया है जिससे आर्थिक विकास तेजी से बढ़ेगा. इस समय भारत डिजिटल टेक्नोलॉजी के कारण आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ड्रोन, रोबोटिक्स, ग्रीन एनर्जी, चौथी औद्योगिक क्रांति और डिजिटल पेमेंट की डगर पर तेजी से आगे बढ़ रहा है. इतना ही नहीं, डिजिटल इंडिया मुहिम देश को डिजिटलीकृत व ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था बनाने में अहम भूमिका निभा रही है।

कई वैश्विक रिपोर्टों में बार-बार यह बात उभरकर सामने आ रही है कि विदेशों में भारतवंशी और प्रवासी भारतीय वैश्विक तंत्र का अहम हिस्सा हैं. आईटी, कम्प्यूटर, मैनेजमेंट, बैंकिंग, वित्त आदि के क्षेत्र में दुनिया में भारतीय प्रवासी सबसे आगे हैं. ये शासन-प्रशासन, कला, साहित्य, शिक्षा, खेल, कारोबार, प्रौद्योगिकी सहित अन्य क्षेत्रों में दुनिया की अगुवाई कर रहे हैं।

प्रवासी भारतीयों की एक ऊंची प्रतिष्ठित अगुवाई अमेरिकन प्रवासी भारतीय अजय बंगा के 2 जून 2023 से विश्व बैंक के नए अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालने के बाद दुनियाभर में रेखांकित होते हुए दिखाई दे रही है। इस समय दुनिया के प्रतिष्ठित संस्थानों-आईबीएम में अरविंद कृष्णा, गूगल में सुंदर पिचई, माइक्रोसॉफ्ट में सत्य नडेला और यूट्यूब में नील मोहन जैसे भारतवंशी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए दिखाई दे रहे है. इतना ही नहीं, भारतीय प्रवासी भारत को धन भेजने के मामले में अन्य सभी देशों के प्रवासियों से बहुत आगे हैं।

हम उम्मीद करें कि इस समय डिजिटल इकोनॉमी में पूरी तरह लाभ की स्थिति में दिखाई दे रहे भारत में सरकार के द्वारा नई शिक्षा नीति में सुनिश्चित किए गए नए दौर के डिजिटल स्किल्स, कम्प्यूटर-आईटी दक्षता, कम्युनिकेशन स्किल्स, कौशल बाजार अनुसंधान, आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस, ऑटोमेशन, क्लाउड कम्प्यूटिंग, मशीन लर्निंग, डाटा साइंस जैसी उन्नत प्रौद्योगिकियों से नई पीढ़ी को सुसज्जित करने के अधिकतम प्रयास किए जाएंगे और इससे देश विकास की डगर पर तेजी से आगे बढ़ सकेगा।

Web Title: The world is recognizing the iron of Indian talents

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