आर.के. सिन्हा का ब्लॉग: पाकिस्तान में पंजाबियों का विरोध क्यों?
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: April 23, 2019 07:03 AM2019-04-23T07:03:22+5:302019-04-23T07:03:22+5:30
ये बलूचिस्तान सूबे में पंजाबियों के कत्लेआम की पहली घटना नहीं है. वहां पंजाबियों पर लगातार जानलेवा हमले हो रहे हैं. पंजाबियों को बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी चुन-चुनकर मार रही है. ये निश्चित रूप से बलूचियों के बीच का एक आतंकी संगठन ही है. पंजाबी नौजवानों को अगवा भी किया जा रहा है.
पाकिस्तान में विगत दिनों अशांत बलूचिस्तान सूबे में अज्ञात बंदूकधारियों ने एक राजमार्ग पर एक बस से यात्रियों को जबर्दस्ती उतार कर उनमें से 14 की गोली मार कर हत्या कर दी. सेना जैसी वर्दी पहने बंदूकधारियों ने कराची और ग्वादर के बीच चलने वाली पांच से छह बसों को रोका, यात्रियों के पहचान पत्नों की जांच की और फिर अपना खूनी खेल चालू कर दिया. हालांकि पाकिस्तान सरकार का कहना है कि वो नृशंस हत्याकांड की जांच कर रही है और दोषियों को तुरंत पकड़ लिया जाएगा. लेकिन ये सब रस्मी बातें हैं.
हकीकत सचमुच में बड़ी भयावह है. सरहद के उस पार से छन-छनकर आ रही जानकारी से पता चला है कि मारे गए सभी अभागे बस यात्नी मूलत: पंजाबी मुसलमान थे. हत्यारों ने बस को रोककर मुसाफिरों से उनके पहचान पत्न मांगे.
उन्होंने गैर-पंजाबियों को छोड़ दिया, पर पंजाबियों को निर्ममतापूर्वक मार डाला. पाकिस्तान सरकार पंजाबियों के इस कत्लेआम को दुनिया की निगाह से छुपाना चाहती है, पर यह तो सोशल मीडिया के दौर में हो नहीं पाता न? खबरें जैसे-तैसे दुनिया के सामने आ ही जाती हैं.
ये बलूचिस्तान सूबे में पंजाबियों के कत्लेआम की पहली घटना नहीं है. वहां पंजाबियों पर लगातार जानलेवा हमले हो रहे हैं. पंजाबियों को बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी चुन-चुनकर मार रही है. ये निश्चित रूप से बलूचियों के बीच का एक आतंकी संगठन ही है. पंजाबी नौजवानों को अगवा भी किया जा रहा है. फिर उनका पता ही नहीं चल पाता. इस तरह के सैकड़ों केस हो चुके हैं.
अब सवाल यह है कि पंजाबियों को बलूचिस्तान में किस कारण से निशाना बनाया जा रहा है? जाहिर है कि पंजाबियों को मारे जाने की कोई पुख्ता वजह तो होगी ही? हालांकि, किसी भी प्रकार की हिंसा को सही तो नहीं माना जा सकता.
पर यह जान लीजिए कि पंजाब प्रांत को छोड़कर सारा पाकिस्तान नफरत करता है पंजाब और पंजाबियों से. सबको लगता है कि पंजाब ही उनका शोषण कर रहा है, उनके हकों को मार कर मौज कर रहा है. अब देखना होगा कि पाकिस्तान पंजाबियों के खिलाफ हो रही इस हिंसा से कैसे निपटता है.