वसुंधरा विरोधी हनुमान बेनीवाल बीजेपी से दूर हुए, तो घनश्याम तिवाड़ी लौट आए!
By प्रदीप द्विवेदी | Published: December 15, 2020 02:35 PM2020-12-15T14:35:26+5:302020-12-15T14:36:37+5:30
संघ की पृष्ठभूमि वाले बीजेपी के दिग्गज नेता रहे घनश्याम तिवाड़ी को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस में लेकर आए थे.
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का जिन नेताओं ने खुलकर विरोध किया है उनमें हनुमान बेनीवाल और घनश्याम तिवाड़ी के नाम प्रमुख हैं.
इन दिनों चल रहे किसान आंदोलन के कारण हनुमान बेनीवाल की बीजेपी से दूरी बढ़ रही है, तो इधर घनश्याम तिवाड़ी फिर से बीजेपी में आ गए हैं. जब वसुंधरा राजे मुख्यमंत्री थीं, तब तिवाड़ी ने बीजेपी में रहते हुए खुलकर उनका विरोध किया, लेकिन कोई खास नतीजा नहीं निकला और अंततः बीजेपी छोड़कर उन्होंने अपनी नई पार्टी बना ली.
इस नई पार्टी ने विधानसभा चुनाव 2018 भी लड़ा, परन्तु कुछ खास हासिल नहीं हुआ. वर्ष 2019 में लोकसभा चुनाव से ठीक पहले वे कांग्रेस में शामिल हो गए, लेकिन उनका सियासी ग्राफ वहीं अटका रहा. संघ की पृष्ठभूमि वाले बीजेपी के दिग्गज नेता रहे घनश्याम तिवाड़ी को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस में लेकर आए थे.
यही नहीं, लोकसभा चुनाव में उन्हें कांग्रेस के स्टार प्रचारकों की सूची में भी शामिल किया गया था, तिवाड़ी ने कांग्रेस के लिए प्रचार भी किया था, परन्तु उसके बाद वे कांग्रेस के किसी भी बड़े कार्यक्रम में नजर नहीं आए थे. शायद वे कांग्रेस में असहज महसूस करने लगे थे, लिहाजा उन्होंने एक बार फिर से बीजेपी का दामन थाम लिया है. तिवाड़ी की बीजेपी में घर वापसी हो गई है, उन्होंने बीजेपी मुख्यालय में संपन्न समारोह में बीजेपी की सदस्यता फिर से ग्रहण कर ली है!