'BJP के लिए राफेल सौदा बनेगा सिरदर्द, अब होने लगा भ्रष्टाचार का भी पर्दाफाश'
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: September 6, 2018 01:42 AM2018-09-06T01:42:18+5:302018-09-06T01:42:18+5:30
कई राज्यों में भाजपा की सरकारें सिर से पांव तक भ्रष्टाचार में डूबी हुई हैं। केंद्र सरकार का भी दामन साफ नहीं है। उसके भ्रष्टाचार के कई मामले उजागर हुए हैं लेकिन सबसे बड़ा मसला राफेल विमान खरीदी का है।
राजश्री यादव
उर्दू मीडिया का मानना है कि वर्ष 2014 के आम चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर भ्रष्टाचार के संगीन आरोप लगाए लेकिन जब स्वयं एक बार सत्ता में आ गए तो भ्रष्टाचार के किसी भी मुकदमे या मामले को उसके सही अंजाम तक पहुंचाने की कोशिश नहीं की। सिर्फ भ्रष्टाचार को लेकर बयानबाजी और सियासी खेल जारी है। इसके साथ ही भाजपा के भ्रष्टाचार का भी पर्दाफाश होने लगा है।
कई राज्यों में भाजपा की सरकारें सिर से पांव तक भ्रष्टाचार में डूबी हुई हैं। केंद्र सरकार का भी दामन साफ नहीं है। उसके भ्रष्टाचार के कई मामले उजागर हुए हैं लेकिन सबसे बड़ा मसला राफेल विमान खरीदी का है। कांग्रेस पार्टी विशेष रूप से पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी मोदी और उनकी सरकार पर पूरे आत्मविश्वास के साथ हमला कर रहे हैं और इन हमलों के जवाब में भाजपा की सफाई निहायत कमजोर साबित हो रही है।
‘मुंबई उर्दू न्यूज, डेली मुंबई’ ने लिखा है, राफेल विमान खरीदी मामले में भाजपा को कांग्रेस के सवालों का जवाब देना बहुत भारी पड़ रहा है। ऐसा लगता है कि कांग्रेस को राफेल की शक्ल में एक ऐसा हथियार मिल गया है, जिसके सहारे वह वर्ष 2019 के चुनाव में भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सामना कर सकेगी। कांग्रेस ने इसके लिए विरोध प्रदर्शन की मुहिम शुरू कर रखी है और अपने सीनियर तथा जूनियर तेजतर्रार नेताओं को मोदी की घेराबंदी के लिए लगा दिया है। शुरू में ऐसा लगता था कि राफेल विमान की खरीदी में भ्रष्टाचार का मामला सिर्फ मोदी हुकूमत पर दबाव डालने के लिए है लेकिन अब आसार ऐसे पैदा हो गए हैं कि राफेल घोटाला मोदी हुकूमत का ‘बोफोर्स’ बन सकता है।
‘हिन्दुस्तान एक्सप्रेस डेली, नई दिल्ली’ ने लिखा है, यूपी में समाजवादी पार्टी के अंदर का विवाद एक बार फिर उजागर हो गया है। जाहिर है कि इसका फायदा भाजपा को ही मिलेगा। शिवपाल यादव ने अपनी नई पार्टी ‘समाजवादी सेक्युलर मोर्चा’ का गठन करके अपने इरादे तो जता दिए हैं लेकिन आगामी लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी किस तरह शामिल होगी इसका खाका अभी तैयार नहीं हुआ है। बहुजन समाज पार्टी के साथ सपा के गठबंधन पर शिवपाल की इस पहल से क्या असर पड़ेगा ये तो वक्त ही बताएगा। लेकिन एक बात तय है कि इस सेक्युलर मोर्चे को समाजवादी पार्टी नहीं माना जाएगा जिसका गठन मुलायम सिंह यादव ने किया था।
जकार्ता में संपन्न 18वें एशियाई खेलों में भारतीय खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन पर ‘रोजनामा राष्ट्रीय सहारा, नई दिल्ली’ ने लिखा है, विभिन्न खेलों में भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार खेल का प्रदर्शन करके ये साबित कर दिया कि यहां काबिलियत की कमी नहीं हैं। जैसे-जैसे वक्त गुजरता जाएगा खेल के क्षेत्र में भी भारत और तरक्की करता जाएगा। जब खिलाड़ी मेडल लाने लगते हैं तो वो हजारों, लाखों, बच्चों और बच्चियों के लिए मिसाल बन जाते हैं। एक खिलाड़ी की जीत को लोग पूरे राज्य की कामयाबी मानते हैं। इसलिए जरूरत इस बात की है कि खिलाड़ियों को बेहतर से बेहतर सुविधाएं उपलब्ध की जाएं। एशियाई खेलों में भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन इसलिए भी प्रशंसनीय है क्योंकि यही शानदार प्रदर्शन ओलंपिक में भारत की शानदार कामयाबी का आधार बनेगा।
और अंत में...
सच तुम इतना न कहो यार, जरा चुप भी रहो/लोग सच कहने पे सूली पर चढ़ा देते हैं।
(साभार...सहाफत डेली)