प्रमोद भार्गव का ब्लॉगः कांग्रेस के घोषणापत्र में नरम हिंदुत्व
By प्रमोद भार्गव | Published: November 17, 2018 07:55 AM2018-11-17T07:55:43+5:302018-11-17T07:55:43+5:30
कांग्रेस ने कहा है कि ‘राम वन गमन पथ’ का निर्माण करेंगे और आध्यात्मिक विभाग खोलने के साथ गाय सुरक्षा के विशेष प्रबंध करेंगे.
कोई स्पष्ट राजनीतिक एजेंडा नहीं होने के चलते दुविधाग्रस्त कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी के बुनियादी मुद्दों को ही साझा करती दिख रही है. कांग्रेस ने अपना राजनीतिक घोषणापत्र जारी किया है, उसमें उसने 15 वर्ष बाद मध्य प्रदेश में सत्ता में वापसी के लिए दो बिंदुओं पर विशेष तौर से ध्यान दिया है.
एक नरम हिंदुत्व और दूसरे लोक-लुभावन वादे. नरम हिंदुत्व के बहाने वह जहां राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की राह पर चलती दिख रही है, वहीं लोक-लुभावन वादे भी घोषणापत्र में दर्ज हैं, जिनके अमल में एक तो सरकारी खजाने पर अनावश्यक बोझ पड़ता है, दूसरे अनेक वादे पूरे भी नहीं हो पाते हैं.
इससे यही लगता है कि कांग्रेस हो या भाजपा, अंतत: कोई कारगर नीति अपनाने की बजाय वे उसी र्ढे पर चल पड़ती हैं, जिसका अंत दिखाई नहीं देता है. राजनैतिक दलों की यह मजबूरी जरूर है, लेकिन इसका कोई ओर-छोर तो दिखाई देना ही चाहिए.
मध्य प्रदेश में चुनावी बेला में कांग्रेस नरम हिंदुत्व के रंग में पूरी तरह रंगती नजर आ रही है. 14 वर्ष के वनवास के दौरान भगवान राम, पत्नी सीता और अनुज लक्ष्मण के साथ जिन मार्गो से गुजरे थे, उस ‘राम-वन-गमन-पथ’ को नई पहचान देने की घोषणा कर कांग्रेस ने भाजपा के एकाधिकार वाले क्षेत्र में जबरदस्त चुनौती दी है.
कांग्रेस ने कहा है कि ‘राम वन गमन पथ’ का निर्माण करेंगे और आध्यात्मिक विभाग खोलने के साथ गाय सुरक्षा के विशेष प्रबंध करेंगे. संघ की शाखाएं बंद करने का वचन देकर कांग्रेस ने वामपंथियों और तथाकथित धर्मनिरपेक्ष लोगों को लुभाने की कोशिश की है.
कांग्रेस भाजपा का गौरक्षा से जुड़ा मुद्दा हथियाने की भी फिराक में है. वचन-पत्र के अनुसार यदि कांग्रेस सत्ता में आती है तो वह प्रदेश की प्रत्येक ग्राम पंचायत में गौशाला का निर्माण करेगी. याद रहे कि 1954 में मध्य-प्रदेश के गठन के बाद 1954-55 में कांग्रेस के तत्कालीन और प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री रविशंकर शुक्ला ने प्रदेश में कानून बनाकर गौ-हत्या पर प्रतिबंध लगाया था. यह भी ठोस हकीकत है कि कांग्रेस के राज में ही प्रदेश में बड़ी और प्रमुख गौशालाएं बनीं. कह सकते हैं कि कांग्रेस ने भाजपा के हथियार से ही भाजपा को भोथरा कर देने की जो रणनीति बनाई है, वह भाजपा को नुकसान पहुंचाने वाली है.