जानिए क्यों कांग्रेस से हाथ छुड़ाकर शिवसैनिक बन गईं प्रियंका चतुर्वेदी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 19, 2019 05:48 PM2019-04-19T17:48:10+5:302019-04-19T18:41:12+5:30
कांग्रेस की पूर्व प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी शुक्रवार को शिवसेना में शामिल हो गईं। उन्होंने राहुल गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस पर हाल ही में उनसे दुर्व्यवहार करने वाले कार्यकर्ताओं को फिर से पार्टी में शामिल करने का आरोप लगाया था।
कांग्रेस की पूर्व प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी शुक्रवार को शिवसेना में शामिल हो गईं। उन्होंने राहुल गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस पर हाल ही में उनसे दुर्व्यवहार करने वाले कार्यकर्ताओं को फिर से पार्टी में शामिल करने का आरोप लगाया था।
लोकसभा चुनाव लड़ना चाहती थीं प्रियंका
प्रियंका खुद चुनाव लड़ना चाहती थीं और उनकी नजर यूपी की मथुरा सीट और महाराष्ट्र के मुंबई उत्तर-पश्चिम सीट पर थी। मुंबई उत्तर-पश्चिम सीट से कांग्रेस से संजय निरुपम चुनाव लड़ रहे हैं जकि मथुरा सीट पर पार्टी ने महेश पाठक चुनाव लड़ाया है। प्रियंका मथुरा की रहने वाली हैं और वर्तमान में मुंबई में रहती हैं।
शिवसेना भेज सकती है राज्यसभा
शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में चतुर्वेदी का स्वागत किया। ठाकरे ने कहा कि शिवसेना कार्यकर्ताओं को चतुर्वेदी के रूप में एक ‘‘अच्छी बहन’’ मिल गई है। चतुर्वेदी ने कहा कि वह ना केवल महाराष्ट्र बल्कि पूरे देश में शिवसेना को मजबूत करने की ओर काम करेंगी। यह पूछे जाने पर कि पार्टी में चतुर्वेदी को क्या पद दिया जाएगा, इस पर ठाकरे ने कहा, ‘‘मैं उन्हें उनकी क्षमताओं के अनुसार पद दूंगा और ऐसा पद दूंगा जिसमें वह शिवसेना के लिए फायदेमंद सााबित होंगी।’’
यह पूछे जाने पर कि वह शिवसेना में क्यों शामिल हुई, भाजपा में क्यों नहीं, इस पर चतुर्वेदी ने कहा कि वह अपनी ‘‘कर्मभूमि’’ मुंबई से ताल्लुक रखती हैं इसलिए वह हमेशा शिवसेना से जुड़ी हुई महसूस करती हैं। शिवसेना प्रियंका को राज्यभा के रास्ते संसद भेज सकती है।
पार्टी में हासिल नहीं कर पाईं शीर्ष नेताओं का विश्वास
कांग्रेस की मीडिया सेल की संयोजक रहीं चतुर्वेदी ने उत्तर प्रदेश में कुछ पार्टी कार्यकर्ताओं को पार्टी में वापस लिए जाने को लेकर नाराजगी जताई थी, जिन्होंने कुछ दिन पहले मथुरा में उनके संवाददाता सम्मेलन में उनसे ‘‘दुर्व्यवहार’’ किया था और उन्हें ‘‘धमकी’’ दी थी।
प्रियंका का कहना है कि उनके खिलाफ टिप्पणी करने वाले कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पार्टी ने फिर से शामिल कर लिया, जिससे वह दुखी थीं। कांग्रेस का नाम लिए बगैर चतुर्वेदी ने कहा कि उन्होंने उस पार्टी को दस साल दिए जहां उन्हें लगा कि वह सोशल मीडिया पर ट्रोल होने के बावजूद महिलाओं के मुद्दों पर बोल सकती हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘लगातार दुर्व्यवहार और ट्रोल होने के बावजूद मैं ‘बिंदास’ बोलते रही। मुझे दुख हुआ जब कुछ पार्टी कार्यकर्ताओं ने मेरे बारे में टिप्पणियां कीं। निलंबित करने के बाद उन्हें फिर से पार्टी में शामिल कर लिया गया।’’
पार्टी में प्रियंका रणदीप सुरजेवाला की टीम में काम कर रही थीं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि मीडिया में इतनी जल्दी राष्ट्रीय स्तर पर छा जाने के बाद उनके अंदर अहंकार आ गया था। वो शीर्ष नेतृत्व के साथ तालमेल बनाने में भी असफल रहीं।