गौरीशंकर राजहंस का ब्लॉगः सरकार के सामने चुनौतियां अनेक
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: June 27, 2019 06:07 PM2019-06-27T18:07:30+5:302019-06-27T18:07:30+5:30
समस्याएं अनेक हैं. परंतु लोगों को नरेंद्र मोदी की क्षमता पर भरोसा है कि वे देश को सफलता के ऊंचे मुकाम तक ले जाएंगे.
इसमें कोई संदेह नहीं कि नरेंद्र मोदी ने पिछले पांच वर्षो में भारत की आम जनता के लिए अनेक महत्वपूर्ण कार्य किए हैं. 6 लाख गांवों में बिजली पहुंचाई है और अब इस बात की गारंटी दे रहे हैं कि इन 6 लाख गांवों में चौबीसों घंटे बिजली आएगी. उन्होंने आम जनता के जीवन स्तर को ऊपर उठाने के लिए अनेक कार्य किए हैं. जैसे किसानों को स्वास्थ्य सुविधा प्रदान की है, हेल्थ इंश्योरेंस दिया है और छोटी-छोटी बचत करने के लिए उत्साहित किया है. लेकिन सरकार के सामने अभी भी चुनौतियां कम नहीं हैं.
सबसे बड़ी समस्या यह है कि बेरोजगार नौजवानों की फौज प्रतिवर्ष बढ़ती जा रही है और उनको रोजगार देने का कोई पक्का इंतजाम नहीं हो पा रहा है. यह सही है कि आज की तारीख में सबसे अधिक आवश्यक लोगों की सुरक्षा है और इस मामले में नरेंद्र मोदी ने आतंकवादियों की रीढ़ तोड़ने की पूरी कोशिश की है. परंतु प्रतिवर्ष जो लाखों बेराजगार युवक नौकरी की खोज में इधर-उधर भटकते हैं उनके लिए रोजगार का प्रबंध भी होना चाहिए.
लंदन के एक साप्ताहिक अखबार ने यह लिखा है कि अरविंद सुब्रमण्यम कुछ समय पहले तक नरेंद्र मोदी के आर्थिक सलाहकार थे और अब हार्वर्ड विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र पढ़ाते हैं. उन्होंने लिखा है कि सरकार दूसरी समस्याओं में उलझी हुई है. परंतु इस बात पर ध्यान नहीं दे रही है कि आर्थिक विकास की दर कम हो रही है. उनका कहना है कि आज पूरी दुनिया में मंदी आ गई है. ऐसे में यदि भारत में तेजी से आर्थिक प्रगति की ओर ध्यान नहीं दिया गया तो देश आने वाले समय में भयानक संकट में फंस सकता है.
संसार के कई प्रतिष्ठित समाचारपत्रों ने लिखा है कि विदेश नीति के मामले में मोदी ने पहली पारी में अभूतपूर्व सफलता पाई है. परंतु यह सोचना कि दूसरी पारी में पाकिस्तान से अपनी समस्या का समाधान कर लेंगे, ठीक नहीं होगा.
पाकिस्तान दिन-रात आतंकवादियों की मदद कर रहा है और चाहे चीन उसे लाख समझाए, पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आएगा. यह संतोष की बात है कि नरेंद्र मोदी ने बाकी सभी पड़ोसियों से अपने संबंध प्रगाढ़ कर लिए हैं.
निष्पक्ष प्रेक्षकों का कहना है कि आंतरिक समस्याएं अनेक हैं जिनमें नक्सलवाद की समस्या दिनोंदिन घर कर रही है. इससे निपटने के लिए तेजी से कारगर कदम उठाने होंगे. यह प्रसन्नता की बात है कि नरेंद्र मोदी ने गांव-देहात के लोगों को पक्के घर देने का वादा किया है.
अर्थशास्त्रियों का कहना है कि सीमेंट पर टैक्स कम कर दिया जाए जिससे लोग कम खर्चे में अपने पक्के घर बनवा सकें. संक्षेप में, समस्याएं अनेक हैं. परंतु लोगों को नरेंद्र मोदी की क्षमता पर भरोसा है कि वे देश को सफलता के ऊंचे मुकाम तक ले जाएंगे.