योगेश कुमार सोनी का ब्लॉग: स्वच्छता की दिशा में कदम
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 7, 2019 07:05 AM2019-05-07T07:05:38+5:302019-05-07T07:05:38+5:30
महानगरपालिका शहर को स्वच्छ रखने के लिए दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए फोटो लगा ई-चालान भेज रही है और मनपा अफसर ने बताया कि सड़कों पर थूकने वालों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी गई है.
हाल ही में अहमदाबाद में एक शख्स को सड़क पर थूकने पर उसका चालान काट दिया गया. महानगरपालिका द्वारा 100 रु पए का जुर्माना लगाया. यह कार्रवाई ई-चालान भेजकर की गई. संबंधित व्यक्ति सड़क पर थूकते हुए सीसीटीवी में कैद हो गया था.
जानकारी के अनुसार यह देश का पहला मामला माना जा रहा है. वहां की महानगरपालिका शहर को स्वच्छ रखने के लिए दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए फोटो लगा ई-चालान भेज रही है और मनपा अफसर ने बताया कि सड़कों पर थूकने वालों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी गई है.
संबंधित अधिकारी के अनुसार कार्रवाई के लिए शहरभर में सभी ट्रैफिक सिग्नल और सार्वजनिक स्थलों पर लगे सीसीटीवी की जांच हो रही है. फुटेज से वीडियो क्लिप लेकर सड़क पर थूकने वालों के वाहनों के नंबर ट्रेस करके चालान भेजा जा रहा है.
यह मामला इसलिए बड़ा माना जा रहा है कि हमारे देश में ऐसे कानूनों को लोग ज्यादा नहीं मानते. कई ऐसे छोटे मुद्दों पर कानून बने तो हुए हैं लेकिन कोई इन पर गौर नहीं करता क्योंकि कभी प्रशासन भी ऐसे मामलों पर सख्ती नहीं दिखाता था.
हालांकि वर्ष 2014 में केंद्र सरकार द्वारा स्वच्छ भारत अभियान चलाए जाने के बाद कुछ समय के लिए इसका असर देखने को मिला था और लोगों ने गाड़ी में चलते हुए कूड़ा फेंकने या कहीं भी गंदगी करने से परहेज करना शुरू कर दिया था, लेकिन बाद में फिर सब कुछ पुराने र्ढे पर ही नजर आने लगा.
ऐसा नहीं है कि स्थानीय प्रशासन साफ-सफाई पर ध्यान नहीं देता, लेकिन जागरूकता के अभाव में अक्सर नागरिक खुद ही अपने शहरों में अस्वच्छता फैलाते नजर आते हैं. इसके लिए एक तरफ तो प्रशासन को जनजागृति करनी होगी और दूसरी तरफ, जो इसके बावजूद न सुधरें उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी होगी.
थूकने के मामले में अहमदाबाद में चालान काटने की कार्रवाई इस दिशा में प्रशंसनीय है और इस तरह की सख्ती पूरे देश में होनी चाहिए. हमें समझना होगा कि कानून का पालन करके और अपने भीतर जिम्मेदारी की भावना लाकर ही हम एक स्वस्थ व स्वच्छ राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं.
हाल ही में अहमदाबाद में एक शख्स को सड़क पर थूकने पर उसका चालान काट दिया गया. महानगरपालिका द्वारा 100 रु पए का जुर्माना लगाया. यह कार्रवाई ई-चालान भेजकर की गई. संबंधित व्यक्ति सड़क पर थूकते हुए सीसीटीवी में कैद हो गया था.
जानकारी के अनुसार यह देश का पहला मामला माना जा रहा है. वहां की महानगरपालिका शहर को स्वच्छ रखने के लिए दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए फोटो लगा ई-चालान भेज रही है और मनपा अफसर ने बताया कि सड़कों पर थूकने वालों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी गई है.
संबंधित अधिकारी के अनुसार कार्रवाई के लिए शहरभर में सभी ट्रैफिक सिग्नल और सार्वजनिक स्थलों पर लगे सीसीटीवी की जांच हो रही है. फुटेज से वीडियो क्लिप लेकर सड़क पर थूकने वालों के वाहनों के नंबर ट्रेस करके चालान भेजा जा रहा है.
यह मामला इसलिए बड़ा माना जा रहा है कि हमारे देश में ऐसे कानूनों को लोग ज्यादा नहीं मानते. कई ऐसे छोटे मुद्दों पर कानून बने तो हुए हैं लेकिन कोई इन पर गौर नहीं करता क्योंकि कभी प्रशासन भी ऐसे मामलों पर सख्ती नहीं दिखाता था.
हालांकि वर्ष 2014 में केंद्र सरकार द्वारा स्वच्छ भारत अभियान चलाए जाने के बाद कुछ समय के लिए इसका असर देखने को मिला था और लोगों ने गाड़ी में चलते हुए कूड़ा फेंकने या कहीं भी गंदगी करने से परहेज करना शुरू कर दिया था, लेकिन बाद में फिर सब कुछ पुराने र्ढे पर ही नजर आने लगा.
ऐसा नहीं है कि स्थानीय प्रशासन साफ-सफाई पर ध्यान नहीं देता, लेकिन जागरूकता के अभाव में अक्सर नागरिक खुद ही अपने शहरों में अस्वच्छता फैलाते नजर आते हैं. इसके लिए एक तरफ तो प्रशासन को जनजागृति करनी होगी और दूसरी तरफ, जो इसके बावजूद न सुधरें उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी होगी.
थूकने के मामले में अहमदाबाद में चालान काटने की कार्रवाई इस दिशा में प्रशंसनीय है और इस तरह की सख्ती पूरे देश में होनी चाहिए. हमें समझना होगा कि कानून का पालन करके और अपने भीतर जिम्मेदारी की भावना लाकर ही हम एक स्वस्थ व स्वच्छ राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं.