वीवीएस लक्ष्मण का कॉलम: दबाव झेलने के लिए भारतीय युवा हैं तैयार, उचित राह पर चल रही है टीम
By वीवीएस लक्ष्मण | Published: November 12, 2019 09:37 AM2019-11-12T09:37:36+5:302019-11-12T09:54:34+5:30
भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ टी20 सीरीज में एक मैच गंवाने के बाद वापसी करते हुए सीरीज 2-1 से अपने नाम की।
भारत ने शानदार वापसी करते हुए प्रतिस्पर्धात्मक बांग्लादेश के खिलाफ गर्व के साथ सीरीज जीती और लग रहा है कि अगले साल ऑस्ट्रेलिया में होने जा रहे टी-20 विश्वकप के लिए खिलाड़ियों की पहचान करने की दृष्टि से टीम उचित राह पर चल रही है। नई दिल्ली में पराजय के बाद युजुवेंद्र चहल और कप्तान रोहित शर्मा ने भारत को राजकोट में जीत दिलाई। लिहाजा तीसरा और अंतिम मुकाबला निर्णायक हो गया जिसमें युवाओं ने दमदार प्रदर्शन किया।
युवाओं ने दिखाया कि वह दबाव झेलने के लिए तैयार हैं। केएल राहुल ने नागपुर में मुश्किल पिच पर बेहतरीन पारी खेली। वह अपने मजबूत पक्ष से जुड़े रहे और पारंपारिक स्ट्रोक्स ही खेले। वह ताकत से ज्यादा टाइमिंग पर निर्भर करते हैं। श्रेयस अय्यर भी काफी प्रभावशाली रहे जो नंबर चार पर लंबे समय से खुद को स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं। राहुल जब तेजी से बल्लेबाजी कर रहे थे श्रेयस ने खुद को दूसरे छोर पर रखा।
ऋषभ पंत जो संघर्ष ही कर रहे हैं, उनके साथ साझेदारी में जब श्रेयस मुख्य साझेदार बने और बगैर किसी प्रयास के उन्होंने गीयर बदल दिया। श्रेयस ने न सिर्फ अपनी योग्यता प्रदर्शित की बल्कि बुद्धिमानी का परिचय देते हुए उन्होंने छठे गेंदबाज की धुनाई की. हालातों के मद्देनजर नंबर चार के लिए यह उचित संयोजन लगता है।
क्रुणाल पंड्या की गौरमौजूदगी में भारतीय गेंदबाजी कमजोर थी। भारी ओस की वजह से मुश्किलें और बढ़ गई थीं। अत: 174 का स्कोर बहुत बड़ा नहीं लग रहा था। मुकाबला 110 के स्कोर तक बांग्लादेश के नियंत्रण में था। तभी रोहित ने कुशल कप्तानी का परिचय दिया। उन्होंने अपने संसाधनों का बखुबी इस्तेमाल किया और वह जीत की राह में बाधा बनने जा रहे मिथुन को पवेलियन की राह दिखाने में सफल रहे। मिथुन के विकेट से भारतीय टीम को ऊर्जा मिल गई।
अपना केवल तीसरा अंतर्राष्ट्रीय मुकाबला खेल रहे ऑलराउंडर शिवम दुबे ने अपनी गेंदों की गति में मिश्रण शुरू किया जिसका इनाम उन्हें तीन विकेटों के रूप में मिला, लेकिन असली हीरो तो दीपक चाहर रहे जिन्होंने तिकड़ी समेत टी-20 में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। चहर का प्रदर्शन सचमूच लाजवाब रहा।
एक समय ऐसा था जब स्विंग गेंदबाज बाहर किए जा रहे थे तब चाहर ने अपने तश्कर में नए तीर लाए और अब वह पारी में किसी भी स्थिति में विकेट लेने में सक्षम हैं। वह अपनी गेंदबाजी से बल्लेबाजों के दिमाग को उलझा देते हैं। गेंदबाजी की अगुवाई करते हुए भी चहर ने हिम्मत दिखाई। नागपुर में बांग्लादेश ने कई अवसर गंवाए। दिल्ली की तरह वह प्रदर्शन नहीं कर सके, लेकिन भारत ने सीरीज 2-1 से जीती।