अयाज मेमन का कॉलम: बांग्लादेश ने बढ़ाया आईसीसी वर्ल्ड कप का रोमांच
By अयाज मेमन | Published: June 4, 2019 11:15 AM2019-06-04T11:15:00+5:302019-06-04T11:15:00+5:30
इंग्लैंड में पहुंचते ही पहला हैरतअंगेज समाचार प्राप्त हुआ-बांग्लादेश ने दक्षिण अफ्रीका को शिकस्त देकर अपसेट किया।
इंग्लैंड में पहुंचते ही पहला हैरतअंगेज समाचार प्राप्त हुआ-बांग्लादेश ने दक्षिण अफ्रीका को शिकस्त देकर अपसेट किया। मुकाबले में खूब रन बनें और बांग्लादेश ने 330 रन बनाकर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बड़ी चुनौती पेश की। जवाब में प्रिटोरिया टीम ने भी लक्ष्य को हासिल करने का पूरा प्रयास किया और टीम 300 का आंकड़ा पार करने में भी सफल रही, लेकिन लक्ष्य से वह 21 रन दूर रह गई।
प्रतियोगिता का यह पहला अप्रत्याशित परिणाम रहा। इससे पूर्व अधिसंख्य मुकाबले एकतरफा ही रहे। लिहाजा, मुकाबलों में रोमांच पूरी तरह नदारद रहा। लेकिन बांग्लादेश और दक्षिण अफ्रीका टीमों के बीच खेले गए मुकाबले ने विश्व कप नई राह दी। यदि बांग्लादेश इस तरह से प्रतियोगिता पर छाप छोड़ने में कामयाब होता है तो इससे अफगानिस्तान जैसी टीम का भी आत्मविश्वास बढ़ेगा।
इसी के साथ दावेदार टीमों के लिए भी यह एक कड़ा संदेश होगा। आगाजी मुकाबले में इंग्लैंड ने बड़ी आसानी से दक्षिण अफ्रीका को मात दी। शुरुआत में मुझे आश्चर्य हुआ लेकिन जब अफ्रीकी टीम दूसरे मुकाबले में जिस तरह हारी उसे देखकर उससे जुड़ा भ्रम भी टूट गया। श्रीलंका का प्रदर्शन भी बेहद नीरस रहा। टीम में लगातार बदलाव होते रहे हैं जिसका खामियाजा उसे भुगतना पड़ रहा है।
अपने शुरुआती मुकाबले में पाकिस्तान को विंडीज से करारी हार का सामना करना पड़ा। जाहिर तौर पर सरफराज एंड कंपनी को कड़ी आलोचना के दौर से गुजरना पड़ा। अब देखना है कि क्या वर्तमान पाकी टीम वर्ष 1992 की कहानी को दोहराने में कामयाब हो पाएगी? हालांकि इस तरह के चमत्कार बार-बार नहीं होते।
भारतीय निगाहें 5 जून पर टिक गई हैं जब टीम इंडिया विश्व कप का अपना पहला मुकाबला खेलने उतरेगी। हालांकि यह मुकाबला दक्षिण अफ्रीका के साथ खेला जाना है। जहां भारत धमाकेदार अगाज के लिए तैयार होगा, वहीं डु प्लेसिस की टीम का विश्व कप सफर काफी हद तक इस मैच पर टिका होगा। लगातार तीसरी हार से दक्षिण अफ्रीकी टीम की राह मुश्किल भरी हो जाएगी।
विकेट तेज गेंदबाज के लिए मददगार होगी लिहाजा स्पिनर्स को अधिक तवज्जो नहींं दिया जाएगा। मेरी नजर में शमी, बुमराह और भुवी का अंतिम एकादश में स्थान पक्का होगा। हार्दिक चौथा तेज गेंदबाज होगा तो पांचवें गेंदबाज के रूप में स्पिनर को मौका मिल सकता है। साथ ही केदार जाधव को भी स्पिनर के रूप में अपनाया जा सकता है। हालांकि भारतीय टीम का सारा दारोमदार बल्लेबाजी पर टिका होगा, क्योंकि 300 से अधिक का स्कोर नहीं बनने पर भारत को परेशानी से गुजरना पड़ सकता है।