अयाज मेमन का कॉलम: पाक के खिलाफ उचित संयोजन, कारगर रणनीति से जीता भारत
By अयाज मेमन | Published: June 18, 2019 10:02 AM2019-06-18T10:02:53+5:302019-06-18T10:02:53+5:30
भारतीय टीम ने 16 जून को मैनचेस्टर में खेले गए मुकाबले में पाकिस्तान को डकवर्थ लुईस नियम के आधार पर 89 रनों से हराया था।
श्रेष्ठ टीम संयोजन और शानदार रणनीति के दम पर भारत ने पाकिस्तान को शिकस्त दी। शुरुआत से ही भारतीय टीम सकारात्मक सोच के साथ मैदान पर नजर आई। इसके ठीक विपरीत पाकिस्तान के खिलाड़ी हारी हुई मानसिकता के साथ खेलते नजर आए। ऐसा लग रहा था जैसे वे बारिश के चलते मैच रद्द होने का ही इंतजार कर रहे थे।
शिखर धवन की गैरमौजूदगी से शुरुआत में जरूर चिंता जताई जा रही थी, लेकिन प्रत्यक्ष मैदान पर राहुल ने आत्मविश्वास के साथ खेलते हुए रोहित शर्मा का बढ़िया साथ निभाया। जहां रोहित आक्रामक तेवर अपना रहे थे तो राहुल उनका साथ निभा रहे थे।
शुरुआत से ही खिलाड़ियों को दबावमुक्त होकर खेलने की सलाह दी गई थी। इसकी खास वजह दो साल पूर्व चैंपियंस ट्रॉफी में मिली हार की अनदेखी करना भी था। दोनों सलामी बल्लेबाजों को मोहम्मद आमिर के पहले स्पेल पर सावधानी बरतने की सलाह दी गई थी जिसका पालन कर दोनों ने शुरुआत में सुरक्षात्मक रणनीति के बाद तेजी से रन बटोरते हुए टीम को ठोस शुरुआत दी। टीम का चयन भी सही साबित हुआ। मुकाबला यदि 20-20 ओवर का होता तो संभवत: दिनेश कार्तिक को तरजीह दी जाती लेकिन 50-50 ओवर के प्रारूप को देखते हुए विजय शंकर को टीम में शामिल किया गया।
कुलदीप यादव को टीम में रखने को लेकर सवाल था। लेकिन टीम प्रबंधन हमेशा दोनों को उतारने का पक्षधर रहा है। कुलदीप और चहल एक-दूसरे के साथ अधिक मददगार साबित होते हैं। यही वजह रही कि कुलदीप को टीम में शामिल किया गया। टीम प्रबंधन के फैसले को सही साबित करते हुए कुलदीप ने फखर जमान और बाबर आजम के अहम विकेट अपने नाम दर्ज कर लिए। उल्लेखनीय है कि ये दोनों भारतीय टीम के लिए परेशानी का सबब बन सकते थे।
सरफराज अहमद ने टॉस जीता, लेकिन पहले गेंदबाजी करने का उनका फैसला गलत साबित हुआ। शायद बारिश की आशंका को देखते हुए पाकी कप्तान ने ऐसा किया हो। सरफराज ने यह सोचा होगा कि बारिश की खलल के बाद उन्हें फायदा होगा। भारत को सेमी-फाइनल में स्थान पक्का करने के लिए यह मुकाबला जीतना आवश्यक था। इस जीत के साथ टीम ने अपनी मजबूत स्थिति बना ली है। भुवनेश्वर की चोट टीम के लिए परेशानी की सबब बन सकती है, लेकिन उनके विकल्प के तौर पर मोहम्मद शमी तैयार हैं। बस अब एक ही बात है- जीत की लय को कायम रखना।