अयाज मेमन का कॉलम: रोहित को नहीं चुना जाना एक झटका
By अयाज मेमन | Published: October 28, 2020 10:17 AM2020-10-28T10:17:14+5:302020-10-28T10:17:14+5:30
पहला मुद्दा है रोहित शर्मा को चुना नहीं जाना। रोहित वैसे तो तीनों प्रारूपों के लिए आला दर्जे के बल्लेबाज हैं लेकिन किसी भी प्रारूप की टीम में वह नहीं है।
बीसीसीआई ने सोमवार रात ऑस्ट्रेलिया दौरे में टेस्ट, वनडे तथा टी-20 सीरीज के लिए भारतीय टीमों का ऐलान किया। तीनों टीमों में कुल 32 खिलाड़ी हैं। कुछ खिलाड़ी तीनों टीम में हैं जबकि कुछ वनडे और टी-20 टीम में है। कुछ केवल टी-20 टीम में ही हैं। चार युवा तेज गेंदबाजों कमलेश नागरकोटी, कार्तिक त्यागी, सुशांत पोरेल और टी। नटराजन को भी दौरे पर ले जाया जाएगा। मौजूदा हालातों को देखते हुए यदि कोई गेंदबाज चोटिल हो जाता है तो क्वारंटाइन अवधि को देखते हुए त्वरित किसी वैकल्पिक गेंदबाज की उपलब्धता के लिए यह प्रावधान है।
बहरहाल टीम के चयन को लेकर चर्चाएं जारी हैं। पहला मुद्दा है रोहित शर्मा को चुना नहीं जाना। रोहित वैसे तो तीनों प्रारूपों के लिए आला दर्जे के बल्लेबाज हैं लेकिन किसी भी प्रारूप की टीम में वह नहीं है। बीसीसीआई का कहना है कि रोहित चोटिल है। रोहित के अलावा ईशांत शर्मा की चोट पर भी बीसीसीआई की चिकित्सा टीम की निगाह है। ऑस्ट्रेलिया दौरे में भारतीय टीम 27 नवंबर को पहला मुकाबला खेलेगी। टीम के पास तैयारी के लिए पर्याप्त समय है लेकिन रोहित को लेकर एक सवाल यह है कि यदि वह टीम इंडिया के लिए नहीं खेलें गे तो क्या मुंबई इंडियंस के लिए भी नहीं खेलेंगे। अगर नहीं खेल पाए तो मुंबई के लिए बड़ा झटका होगा।
इस समय मुंबई का प्लेऑफ में प्रवेश निश्चित है। खिताब पर उसकी निगाहें हैं लेकिन टीम का कप्तान ही अगर नहीं खेल पा रहा है तो टीम के लिए सदमा होगा।इसके बाद अहम मुद्दा है लोकेश राहुल। ऐसा लग रहा है जैसे उनका स्वर्णिम दौर शुरू हो चुका है। फिलहाल आईपीएल में वह रन बनाने के मामले में टॉप पर हैं। राहुल को ऑस्ट्रेलिया का दौरा करने वाले तीनों टीमों में चुना गया है। जहां टेस्ट में अजिंक्य रहाणे को उपकप्तान बनाया गया है, वहीं रोहित शर्मा की अनुपस्थिति में राहुल को वन-डे और टी-20 टीमों का उपकप्तान बनाया गया है।
इसके साथ ही उन्हें बतौर विकेटकीपर भी शामिल किया गया है। टेस्ट टीम में ऋषभ पंत को मौका दिए जाने के बावजूद मुख्य विकेटकीपर के रूप में वृद्धिमान साहा का दावा तगड़ा है जबकि वन-डे में ऋषभ को मौका नहीं दिया गया है। ऐसे में इस युवा विकेटकीपर का करियर अधर में नजर आ रहा है। इसी तरह पृथ्वी शॉ के लिए भी खतरे की घंटी मानी जा रही है क्योंकि शुभमन गिल और मयंक अग्रवाल से उन्हें कड़ी चुनौती मिल रही है। साथ ही आईपीएल में छाप छोड़ने वाले कुछ खिलाड़ी जरासे से चूक गए। इनमें ईशान किशन, कृणाल पंड्या, रवि बिश्नोई आदि के नाम लिए जा सकते हैं।