जयंतीलाल भंडारी का ब्लॉगः जीएसटी सुधारों से अर्थव्यवस्था को लाभ
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: January 3, 2019 01:26 PM2019-01-03T13:26:17+5:302019-01-03T13:26:17+5:30
वर्ष 2019 में इस रैकिंग में भी भारत आगे बढ़ सकता है. वैश्विक ‘प्रत्यक्ष विदेशी निवेश विश्वास सूचकांक-2018’ में 25 देशों की अर्थव्यवस्थाओं में भारत को 11वां स्थान प्राप्त हुआ. वर्ष 2019 में यह रैंकिंग भी बढ़ सकती है. इसी तरह 2019 में वैश्विक निवेश रैकिंग में भारत पांचवां सबसे आकर्षक बाजार बना रह सकता है.
जयंतीलाल भंडारी: प्रख्यात अर्थशास्त्री
नए वर्ष 2019 में भारत की आर्थिक संभावनाओं पर प्रकाशित हुई कई राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन रिपोर्टो में कहा गया है कि आर्थिक चुनौतियों के बीच भी कर सुधारों के कारण 2018 की तुलना में 2019 में भारत का आर्थिक परिदृश्य बेहतर होगा. परिणामस्वरूप भारत की विकास दर भी 7.5 फीसदी से अधिक संभावित होगी. नए वर्ष 2019 में उद्योग-कारोबार के लिए जीएसटी सरल रूप में दिखाई देगा. टैक्स रिफंड के लिए मैन्युअल रिकॉर्ड और प्रक्रिया की बड़ी खामी को दूर किया जाएगा.
नि:संदेह वर्ष 2019 में जीएसटी संबंधी मुश्किलें कम होगी और अर्थव्यवस्था को लाभ मिलेंगे. देश और दुनिया के अधिकांश अर्थविशेषज्ञों के विेषणों में यह बात उभरकर सामने आ रही है कि जीएसटी भारत के लिए लाभप्रद कदम है, लेकिन उपयुक्त क्रियान्वयन के अभाव में जहां इनका लाभ अर्थव्यवस्था को पर्याप्त रूप में नहीं मिल पाया इसमें कोई दोमत नहीं है कि जीएसटी लागू होने के बाद देश की अर्थव्यवस्था पर जीएसटी का प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है. वैश्विक संगठनों ने कहा कि आर्थिक विकास दर सुस्त रहने की एक प्रमुख वजह जीएसटी का लागू होना है.
इसमें कोई दोमत नहीं कि उद्योग-कारोबार और प्रतिस्पर्धा के क्षेत्र में वर्ष 2018 में जो सुधार हुए हैं, उनमें अब जीएसटी के सरलीकरण से इन क्षेत्रों में 2019 में भारत की कई उपलब्धियां रेखांकित होती हुई दिखाई दे सकती हैं. विश्व बैंक की डूइंग बिजनेस रिपोर्ट 2018 में भारत को 190 देशों की सूची में 77वां स्थान दिया गया. यह रैंकिंग रिपोर्ट 2019 में बढ़ सकती है. विश्व प्रतिस्पर्धा केंद्र रिपोर्ट 2018 के अनुसार 63 देशों की वैश्विक प्रतिस्पर्धी रैंकिंग में भारत 44वें स्थान पर रहा.
वर्ष 2019 में इस रैकिंग में भी भारत आगे बढ़ सकता है. वैश्विक ‘प्रत्यक्ष विदेशी निवेश विश्वास सूचकांक-2018’ में 25 देशों की अर्थव्यवस्थाओं में भारत को 11वां स्थान प्राप्त हुआ. वर्ष 2019 में यह रैंकिंग भी बढ़ सकती है. इसी तरह 2019 में वैश्विक निवेश रैकिंग में भारत पांचवां सबसे आकर्षक बाजार बना रह सकता है. वर्ष 2019 में पाकिस्तान को छोड़कर सभी पड़ोसी देशों, आसियान देशों तथा ग्रुप 20 देशों के साथ भारत का कारोबार बढ़ने की संभावना है.
वर्ष 2019 में एक सरल कर व्यवस्था के रूप में जीएसटी के बदलाव से भारतीय शेयर बाजार को लाभ होगा. वर्ष 2019 में वैश्विक शेयर बाजार में अस्थिरता बनी रहेगी, लेकिन दुनिया की छठी बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुके भारत में 2019 में जीएसटी के कारण कॉर्पोरेट आमदनी और विदेशी निवेश भी बढ़ने की संभावना है. हम आशा करें कि सरकार 2019 में जीएसटी को और अधिक सरल व प्रभावी बनाएगी जिससे देश की अर्थव्यवस्था गतिशील होगी और ऐसा होने पर भारत आगामी 10-12 वर्षो में दुनिया का विकसित देश और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में दिखाई देगा.