बिहार में बिना घूस के कोई काम नहीं होता, सांसद चिराग पासवान ने नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला, पुल की तरह 7 निश्चय योजना में भी भ्रष्टाचार का बोलबाला
By एस पी सिन्हा | Published: June 6, 2023 06:11 PM2023-06-06T18:11:55+5:302023-06-06T18:13:13+5:30
बिहारः नाक के नीचे बिहार का बड़ा-बड़ा प्रोजेक्ट भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ता जा रहा है। अगुवानी पुल की तरह 7 निश्चय योजना में भी भ्रष्टाचार का बोल बाला है।
पटनाः बिहार के खगड़िया जिले में अगुवानी घाट पर निर्माणाधीन पुल के ध्वस्त होने को लेकर लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद चिराग पासवान ने नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जीरो टॉलरेंस और करप्शन की अक्सरहां बात करते हैं।
ये जताते नहीं थकते कि भ्रष्टाचार के खिलाफ उनका जीरो टॉलरेंस है। लेकिन उनके सामने यह जीता जागता उदाहरण है कि कैसे उनकी नाक के नीचे बिहार का बड़ा-बड़ा प्रोजेक्ट भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ता जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगुवानी पुल की तरह 7 निश्चय योजना में भी भ्रष्टाचार का बोल बाला है।
पटना में मीडिया से बातचीत करते हुए चिराग पासवान ने कहा कि बिहार में बिना घूस के कोई काम नहीं होता। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के पास फुर्सत नहीं है। वे लगातार भारत भ्रमण कर रहे हैं। लेकिन यदि थोड़ा वक्त निकालकर प्रदेश का भ्रमण करेंगे तब ही यह पता चलेगा कि भ्रष्टाचार किस तरह फैला हुआ है।
अगुवानी पुल तो एकमात्र उदाहरण है। भ्रष्टाचार की जानकारी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नहीं रहती है। हर बात में बोलते है कि इस बारे में उनको मालूम ही नहीं है। उन्होंने कहा कि सात निश्चय योजना पूरी की पूरी भ्रष्टाचार की देन चढ़ गई है। आज की तारीख में बिहार का शायद ही कोई ऐसा काम होगा, जहां पर बिना घूस दिए कोइ काम होता हो।
वहीं विपक्ष की बैठक स्थगित होने पर चिराग पासवान ने कहा ये तो मुख्यमंत्री नीतीश ही बताएंगे क्योंकि वे विपक्ष को एकजुट करने असंभव प्रयास में जुटे हैं। हो सकता है कि कुछ नेताओं ने विपक्षी पार्टियों की बैठक में आने से मना कर दिया हो। चिराग ने कहा कि विपक्ष अगर एकजुट होगा भी तो नीतीश कुमार के सामने क्यों होगा आखिर इनके पास है क्या?
चिराग ने कहा कि जातिगत गणना पर फिलहाल रोक लगाई गयी है। हम लोग कहते रह गये कि सर्वदलीय बैठक बुला लीजिए। लेकिन आज तक सर्वदलीय बैठक नहीं बुलाई गई। बिहार में शराबबंदी कानून भी फेल हो गया। इस पर कहते रह गये कि शराबबंदी पर समीक्षा कीजिए, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। बिहार में बढ़ रही आपराधिक वारदातों पर उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार प्रदेश के गृह मंत्री और मुख्यमंत्री भी हैं। निर्णय भी यही लेंगे सब काम यही करेंगे तो जवाबदेही इनकी नहीं तो और किसकी बनती है?