बिहार विधानसभा में सीटिंग अरेंजमेंट को लेकर हुए हंगामे के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने आवंटित कर दी बागी विधायकों के बैठने की जगह
By एस पी सिन्हा | Published: November 29, 2024 05:34 PM2024-11-29T17:34:08+5:302024-11-29T17:34:35+5:30
दरअसल, विधानसभा में इसी मामले पर गुरुवार को राजद सदस्यों ने जोरदार हंगामा किया था। यहां तक कि राजद विधायक आसन के सामने आ गए थे और मुख्यमंत्री के सीट तक पहुंच गए थे। ऐसे में विधायकों को हटाने के लिए विधानसभा अध्यक्ष ने मार्शलों को बुला लिया था।
पटना: बिहार विधानसभा के अंदर शीतकालीन सत्र के अंदर एक बार फिर सीटिंग अरेंजमेंट में बड़ा बदलाव हुआ है। राजद और कांग्रेस से बागी होकर सदन में सत्ता पक्ष को समर्थन दे रहे बागी विधायकों के बिहार विधानसभा में बैठने को लेकर विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव ने जगह आवंटित कर दिया है। बागी विधायक अब विधानसभा अध्यक्ष के सामने बैठेंगे। दरअसल, विधानसभा में इसी मामले पर गुरुवार को राजद सदस्यों ने जोरदार हंगामा किया था। यहां तक कि राजद विधायक आसन के सामने आ गए थे और मुख्यमंत्री के सीट तक पहुंच गए थे। ऐसे में विधायकों को हटाने के लिए विधानसभा अध्यक्ष ने मार्शलों को बुला लिया था।
वहीं सदन में हुए भारी हो हंगामे के बाद अब राजद-कांग्रेस के बागी विधायकों की सीट विधानसभा में तय कर दी गई है। बागी विधायकों में राजद के पांच और कांग्रेस के दो विधायक शामिल हैं। राजद के टिकट पर जीते सूर्यगढ़ा के विधायक प्रह्लाद यादव, मोकामा विधायक नीलम देवी, शिवहर से चेतन आनंद और भभुआ विधायक भारत बिंद ने दल से बागी होकर सत्ता पक्ष की ओर जाकर सदन में बैठा था।
वहीं कांग्रेस के बिक्रम विधायक सिद्धार्थ सौरव और कांग्रेस के ही चेनारी से विधायक मुरारी गौतम भी बागी में शामिल हैं। सातों विधायक के ट्रेजरी बेंच की ओर बैठने को लेकर राजद ने आपत्ति जताई थी। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें अब नई जगह दे दी है। इस तरह सातों विधायक अब विधानसभा अध्यक्ष के सामने बैठेंगे। हालांकि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बागी विधायकों पर कार्रवाई की मांग की है।
उन्होंने कहा कि हमने विधानसभा अध्यक्ष को उन बागी विधायकों पर कार्रवाई करने के लिए पत्र भी लिखा है। बावजूद इसके विधानसभा अध्यक्ष एक्शन नहीं ले रहे हैं। तेजस्वी यादव ने कहा कि सीटिंग अरेंजमेंट में तीन सत्र से राजद के बागी विधायक मंत्रियों की सीट पर बैठ रहे हैं। यह नियम विरुद्ध है। नियमानुसार आज भी सातों विधायक राजद और कांग्रेस के विधायक हैं। उनको हमारे साथ बैठना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है।
उन्होंने कहा कि सदन नियम-कायदे से चलता है। लेकिन विधानसभा अध्यक्ष कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। वहीं, सदन में हुए हंगामे के बाद विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव ने सभी बागी विधायकों को नई जगह निर्धारित कर दी। लेकिन विधायकों पर कार्रवाई की तेजस्वी की मांग पर अब तक कोई फैसला नहीं हुआ है।