विश्व चैंपियनशिप: पीवी सिंधु की नजरें पहले गोल्ड पर, फिटनेस और डिफेंस में कर रहीं सुधार
By भाषा | Published: August 16, 2019 04:42 PM2019-08-16T16:42:27+5:302019-08-16T16:44:09+5:30
PV Sindhu: अगले हफ्ते शुरू होने वाली विश्व चैंपियनशिप में पीवी सिंधु की नजरें अपना पहला गोल्ड मेडल जीतने पर होंगी, 2017 और 2018 में वह फाइनल में हारीं
नई दिल्ली, 16 अगस्त: ओलंपिक रजत पदक विजेता पीवी सिंधु ने शुक्रवार को कहा कि अगले हफ्ते होने वाली विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक हासिल करने की कोशिश में वह अपनी फिटनेस और डिफेंस सुधारने पर काम कर रही हैं। सिंधु विश्व चैम्पियनशिप में निरंतर अच्छा प्रदर्शन करती रही हैं और पिछले कुछ वर्षों में उन्होंने दो रजत और दो कांस्य पदक तो जीते लेकिन स्वर्ण पदक नहीं हासिल कर सकीं।
अब 24 साल की यह शीर्ष भारतीय खिलाड़ी 19 अगस्त से स्विट्जरलैंड के बासेल में शुरू होने वाली विश्व चैंपियनशिप में देश की अगुआई के दौरान फिर से बड़ी उम्मीद होंगी।
पिछले दो विश्व चैंपियनशिप के फाइनल हारी थीं पीवी सिंधु
वह 2017 और 2018 विश्व चैंपियनशिप के फाइनल में क्रमश: जापान की नोजोमी ओकुहारा और स्पेन की कैरोलिना मारिन से हार गयीं। यह पूछने पर कि क्या वह तीसरी बार भाग्यशाली रहेंगी तो सिंधू ने जवाब दिया, ‘‘मैंने कड़ी ट्रेनिंग की है और उम्मीद कर रही हूं कि मैं अच्छा कर सकती हूं। मुझे बेहतर खेल दिखाना होगा लेकिन कोई दबाव नहीं है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपने डिफेंस, शारीरिक फिटनेस पर और कोर्ट के अंदर के कौशल पर भी काम कर रही हूं। हमारे पास सभी तरह के स्ट्रोक्स हैं लेकिन सुधार करने के लिये हमें ट्रेनिंग करते रहना चाहिए। इसलिये खुद को ‘परफेक्ट’ बनाये रखने के लिये मुझे हर समय ऐसा करना होता है।’’ सिंधू ने कहा, ‘‘यह जानना अहम है कि सही समय पर कौन सा स्ट्रोक खेला जाये, कभी-कभार आप थक जाते हो और आपको पता नहीं चलता लेकिन एक खिलाड़ी के तौर पर आपको जानने की जरूरत होती है कि मुश्किल परिस्थितियों में कौन सा स्ट्रोक खेला जाये।’’
जापान की अकाने यामागुची ने साल के अंतिम दो टूर्नामेंट इंडोनेशिया और जापान में सिंधु की आक्रामक रणनीति को रोका। यह पूछने पर कि क्या दुनिया की नंबर एक यामागुची विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक की उम्मीद में सबसे बड़ा खतरा होंगी तो उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता। मैं इंडोनेशिया में उसके खिलाफ अच्छा खेली लेकिन वह भी अच्छी थी। वह अच्छा आक्रमण कर रही थी और वह भी रैली की अच्छी खिलाड़ी हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं उसकी आक्रामकता से हैरान नहीं थी। मैं तैयार थी लेकिन ऐसा होता है। अगर मैंने पहला गेम जीता होता तो शायद चीजें कुछ अलग हो सकती थीं।’’
सिंधु को विश्व चैंपियनशिप में पांचवीं वरीयता मिली है और पहले दौर में बाई मिली है। वह अपने अभियान की शुरुआत चीनी ताइपे की पाई यु पो या बुल्गारिया की लिंडा जेचिरी के खिलाफ कर सकती हैं। अगर वह जीत जाती हैं तो तीसरे दौर में अमेरिका की बेईवेन झांग से भिड़ सकती हैं जबकि क्वॉर्टर फाइनल में वह चीनी ताइपे की ताई जु यिंग के सामने हो सकती हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘विश्व चैम्पियनशिप में पहले दौर से ही चीजें मुश्किल होंगी। अगर आप ड्रॉ देखोगे तो मैं चीनी ताइपे की खिलाड़ी से खेल रही हूं, फिर बेईवेन से भिड़ सकती हूं। अगर जीत गयी तो मुझे क्वार्टर में ताई जु यिंग से खेलना होगा। मुझे हर मैच पर ध्यान लगाना होगा क्योंकि कुछ भी हो सकता है।’’