पीवी सिंधु ने रचा इतिहास, नोजोमी ओकुहारा को हराकर बनी वर्ल्ड टूर फाइनल्स का खिताब जीतने वाली पहली भारतीय
By विनीत कुमार | Published: December 16, 2018 11:59 AM2018-12-16T11:59:51+5:302018-12-16T12:35:05+5:30
BWF World Tour Finals 2018: टूर्नामेंट के सेमीफाइन में थाईलैंड की रतचानोक इंतानोन को हराने वाली सिंधु की ओकुहारा के खिलाफ ये 7वीं जीत है।
भारत की स्टार महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने फाइनल में जापान की नोजोमी ओकुहारा को हराकर BWF वर्ल्ड टूर फाइनल्स का खिताब जीत लिया है। सिंधु ने पहली बार इस खिताब को जीता है। फाइनल में सिंधु ने रविवार को ओकुहारा को 21-19, 21-17 से हराया।
सिंधु यह उपलब्धि हासिल करने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी हैं। पिछले साल भी इस टूर्नामेंट के फाइनल में यही दोनों खिलाड़ी भिड़े थे और तब ओकुहारा ने बाजी मारी थी।
साल-2018 का सिंधु का पहला खिताब
सिंधु का साल 2018 का यह पहला खिताब है। इससे पहले उन्हें इस साल पांच टूर्नामेंट के फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। साथ ही 23 साल की सिंधु के करियर की यह 300वीं जीत भी है।
वर्ल्ड टूर फाइनल्स टूर्नामेंट के सेमीफाइन में थाईलैंड की रतचानोक इंतानोन को हराने वाली सिंधु की ओकुहारा के खिलाफ ये 7वीं जीत है। इससे पहले दोनों खिलाड़ी 12 बार आमने-सामने आए थे और दोनों ने एक-दूसरे के खिलाफ 6-6 मुकाबले जीते थे।
सिंधु ने ओकुहारा के खिलाफ फाइनल में आक्रामक शुरुआत की और पहले ही गेम में एक समय 7-3 से आगे थीं। ओकुहारा ने जरूर कुछ जोर दिखाया लेकिन पहले गेम के ब्रेक तक सिंधु 11-6 से बढ़त बनाने में कामयाब रही। ब्रेक के बाद सिंधु ने इस बढ़त को 14-10 तक बढ़ाया हालांकि, इसके बाद ओकुहारा ने शानदार वापसी की और 16-16 से स्कोर बराबरी तक लाने में कामयाब रही।
पहले गेम में आखिरी कुछ मिनटों में दोनों के बीच जबर्दस्त संघर्ष देखने को मिला लेकिन सिंधु 19-17 और फिर 21-19 से बढ़त बनाते हुए पहला गेम अपने नाम कर लिया।
दूसरे गेम में भी सिंधु का आक्रामक खेल जारी रहा और उन्होंने 3-0 की बढ़त बनाई। हालांकि ओकुहारा ने वापसी करते हुए स्कोर को एक समय 7-7 से बराबरी पर ला दिया। इसके बावजूद दूसरे गेम के ब्रेक तक सिंधु 11-9 की बढ़त बनाने में कामयाब रहीं। ब्रेक के बाद सिंधु ने अपना दबदबा बरकरार रखा और 17-14 के बाद 18-16 और फिर आखिरकार 21-17 से इसे जीतकर मैच और खिताब भी अपने नाम कर लिया।