Indonesia Open: साल का पहला खिताब जीतने से चूकी पीवी सिंधु, अकाने यामागुची से मिली मात
By भाषा | Published: July 21, 2019 03:25 PM2019-07-21T15:25:43+5:302019-07-21T15:25:43+5:30
सिंधु को बीडब्ल्यूएफ टूर सुपर 1000 टूर्नामेंट के फाइनल में चौथी वरीयता प्राप्त यामागुची से 15-21 16-21 से पराजय झेलनी पड़ी।
भारतीय स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु की सात महीने में खिताब का सूखा खत्म करने की उम्मीद रविवार को इंडोनेशिया ओपन के फाइनल में जापान की अकाने यामागुची से सीधे गेम में मिली हार से टूट गई।
सत्र के अंत में दिसंबर में बीडल्यूएफ विश्व टूर फाइनल जीत दर्ज करने वाली पहली भारतीय बनने के सात महीने बाद सिंधु के पास खिताब हासिल करने का मौका था। लेकिन ओलंपिक रजत पदकधारी खिलाड़ी 51 मिनट तक चले बीडब्ल्यूएफ टूर सुपर 1000 टूर्नामेंट के फाइनल में चौथी वरीयता प्राप्त यामागुची से 15-21 16-21 से पराजित हो गईं।
सत्र का पहला फाइनल खेल रही सिंधु थोड़ी बेचैन थीं और वह 22 साल की यामागुची के शानदार प्रदर्शन की बराबरी नहीं कर सकी जिसे इस भारतीय ने पिछली चार भिड़ंत में पराजित किया था।
सिंधु ने कहा, ‘‘वह सचमुच काफी बढ़िया खेली और इसमें काफी लंबी रैलियां थीं। मैंने कुछ गलतियां कीं और इनका उसने फायदा उठाया। अगर मैं पहला गेम जीत जाती तो यह थोड़ा अलग हो सकता था। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘दूसरे गेम में मैंने उसे काफी बढ़त दे दी और इसकी भरपायी करना मुश्किल हो गया। लेकिन पूर्ण रूप से देखें तो मुझे लगता है कि यह मेरे लिए अच्छा टूर्नामेंट रहा और मैं उम्मीद करती हूं कि इससे मेरा आत्मविश्वास बढ़ेगा जिससे आगे टूर्नामेंट में फायदा होगा। अब मैं जापान में खेलूंगी और मुझे वहां अच्छा करने की उम्मीद है।’’
यह सिंधु की यामागुची से पिछली 15 भिड़ंत में पांचवीं हार थी। पिछली बार यह भारतीय पिछले साल ऑल इंग्लैंड चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में यामागुची से हारी थी। सिंधु की उप विजेता सूची में यह हार जुड़ गई, जिसमें विश्व चैम्पियनशिप, एशियाई खेलों, राष्ट्रमंडल खेलों, थाईलैंड ओपन और इंडिया ओपन में पराजय शामिल है। यह यामागुची का सत्र में तीसरा खिताब था, इससे पहले उन्होंने जर्मन ओपन और एशियाई चैम्पियनशिप में ट्रॉफी जीती थी। वर्ष 2019 में इससे पहले सिंधु सिंगापुर ओपन और इंडिया ओपन के सेमीफाइनल में पहुंची थी।