होंडा ने 300 कर्मचारियों को भेजा अनिश्चितकालीन अवकाश पर, कई के छुट्टी की लिस्ट तैयार, बताया ये कारण
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 6, 2019 03:19 PM2019-11-06T15:19:01+5:302019-11-06T15:19:01+5:30
कर्मचारियों का कहना है कि यूनियन के सदस्यों के चले जाने के बाद कंपनी के लोगों ने उन्हें बुलाया और कुछ कागजों पर हस्ताक्षर कराकर हमें अनिश्चितकालीन छुट्टी पर जाने के लिये कहा।
होंडा मोटरसाइकल एंड स्कूटर इंडिया (HMSI) प्राइवेट लिमिटेड में काम करने वाले कर्मचारियों ने प्रोटेस्ट किया। इनमें कांट्रेक्ट पर काम करने वाले लगभग 2000 कर्मचारियों ने हिस्सा लिया। ये सभी लोग अपने उन 300 साथियों के लिये विरोध कर रहे थे जिन्हें कंपनी ने पिछले हफ्ते अनिश्चितकालीन अवकाश पर भेज दिया।
कई कर्मचारियों का कहना है कि कंपनी की योजना 650 और कर्मचारियों को निकालने की है। 300 कर्मचारियों को छुट्टी पर भेज दिया गया है जबकि 350 कर्माचरियों को निकालने की लिस्ट तैयार है। एचएमएसआई के प्रेसिडेंट ऑफ वर्कर यूनियन के सुरेश गौर का कहना है कि अगस्त महीने से अब तक देखें तो 2,000 कर्मचारियों को जाने के लिये कहा जा चुका है।
एचएमएसआई के स्पोक्सपर्सन का कहना है कि मांग में चल रहे उतार-चढ़ाव और उत्पादन को नियंत्रित करने की वजह से कांट्रेट पर काम करने वाले 200 लोगों को उनका कांट्रेक्ट खत्म होने के बाद छुट्टी दी गई है।
भारी पुलिस बल की तैनाती के बीच लगभग 300 कर्मचारियों ने प्लांट के बाहर और 1,500 से अधिक कर्मचारियों ने प्लांट के अंदर से विरोध प्रदर्शन किया। ऑटो मोबाइल सेक्टर में मंदी के दौरान गुरुग्राम-मानेसर इंड्रस्ट्रियल एरिया में शायद यह इस तरह का पहला प्रदर्शन है।
कर्मचारियों का कहना है कि यूनियन के सदस्यों के चले जाने के बाद कंपनी के लोगों ने उन्हें बुलाया और कुछ कागजों पर हस्ताक्षर कराकर हमें अनिश्चितकालीन छुट्टी पर जाने के लिये कहा। हमें कहा गया कि B शिफ्ट में दोबारा उत्पादन शुरू होने पर हमें वापस बुला लिया जाएगा। लेकिन कई कर्मचारियों को इस तरह से छुट्टी पर भेजने के बाद अभी तक वापस नहीं बुलाया गया।
एक कर्मचारी को हफ्ते भर पहले अनिश्चितकालीन अवकाश के लिये छुट्टी पर भेजा गया है। वह कर्मचारी पिछले 10 सालों से होंडा के लिये काम कर रहा था। कई ऐसे लोगों को भी छुट्टी पर भेज दिया गया जो पिछले दशकों से एचएमएसआई के लिये काम कर रहे थे और उनकी काफी उम्र भी हो चुकी है। उनका परिवार उन पर आश्रित है।