अब चलेंगी सिर्फ फास्टैग वाली ही गाड़ियां, बिना टैग वाली गाड़ियों को देना होगा दोगुना टैक्स
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 18, 2019 10:37 AM2019-11-18T10:37:04+5:302019-11-18T10:37:04+5:30
इस टैग की मदद से पेट्रोल-डीजल, सीएनजी आदि का पैसा भी दिया जा सकता है। प्रयास किया जा रहा है कि जल्द ही इसी टैग की मदद से पार्किंग चार्ज भी चुकाया जा सके।
दिसंबर महीने की शुरुआत से ही नेशनल हाइवे और कई स्टेट हाइवे पर ऑटोमेटेड प्री-पेड डिवाइस फास्टैग (FASTag) के जरिये ही टोल दे सकेंगे। इस टैग के जरिये ऑटोमैटिक तरीके से टोल टैक्स ले लिया जाएगा। फास्टैग लगी गाड़ियों को रुकने की जरूरत नहीं होगी। टोल बूथ के पास लगे डिवाइस की मदद से चलती गाड़ी से टैग की मदद से टोल टैक्स वसूला जा सकेगा।
इस टैग को विंडस्क्रीन पर लगाना होगा। टैग आपके बैंक अकाउंट, नेशनल हाइवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पेमेंट वॉलेट से जुड़ा होगा। यह रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) पर आधारित टैग होगा। इस टैग से लगी गाड़ी लेकर जैसे ही कोई गुजरेगा उसी समय टोल टैक्स के लिये काटी गई रकम की जानकारी मैसेज के जरिये दे दी जाएगी।
हालांकि फास्टैग कोई नई चीज नहीं है। कई व्यवसायिक वाहनों पर इनका इस्तेमाल पहले से ही हो रहा है। कई प्राइवेट वाहनों में भी इसका इस्तेमाल काफी पहले से हो रहा है। एक आंकड़े के मुताबिक देशभर में चल रही लगभग 62 लाख गाड़ियों में फास्टैग का इस्तेमाल हो रहा है। लगभग 25-30 करोड़ रुपये का ट्रांजैक्शन हर रोज फास्टैग के जरिये हो रहा है। नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अनुसार यह रकम टोटल वॉल्यूम का लगभग 40 परसेंट है।
फास्टैग के अन्य उपयोग-
इस टैग की मदद से पेट्रोल-डीजल, सीएनजी आदि का पैसा भी दिया जा सकता है। प्रयास किया जा रहा है कि जल्द ही इसी टैग की मदद से पार्किंग चार्ज भी चुकाया जा सके।
कहां से मिलेगा फास्टैग-
फास्टैग को टोल बूथ से खरीदा जा सकता है। बैंको से भी खरीदा जा सकता है। ऑनलाइन भी इसे खरीदा जा सकता है।
बिना फास्टैग वाली गाड़ियों को देना होगा दोगुना टोल-
हो सकता है कि शुरुआती दिनों में फास्टैग की अनिवार्यता को लेकर लोगों को इसकी जानकारी न हो। ऐसे में टोल बूथ पर अव्यवस्था न फैले इससे बचने के लिये कुछ दिनों तक बिना फास्टैग वाली गाड़ियों के लिये एक लेन खुला रखने की योजना है। हालांकि बिना फास्टैग वाली गाड़ियों को दोगुना टोल देना होगा।