क्या BS6 लागू होने के बाद बंद हो जाएंगी डीजल कारें, बढ़ेगी पेट्रोल कारों की बिक्री?
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 17, 2020 07:03 AM2020-01-17T07:03:38+5:302020-01-17T07:03:38+5:30
पेट्रोल गाड़ियों को लोग कम माइलेज के चलते थोड़ा कम वरीयता देते थे लेकिन अब लोगों की सोच में और स्थितियों में थोड़ा अंतर आया है। एक्सपर्ट्स का भी मानना है कि पेट्रोल इंजन वाली गाड़ियों का माइलेज और परफॉर्मेंस बेहतर हुआ है और एक्सेलरेशन भी शानदार हुआ है।
सुस्ती की शिकार ऑटो इंडस्ट्री के पास अपने वाहनों को पूरी तरह से BS6 एमिशन नॉर्म्स के मुताबिक अपग्रेड करने में तीन महीने से भी कम समय बचा है। कहा जा रहा है कि नए एमिशन नॉर्म्स BS6 का सबसे अधिक फायदा 10 लाख रुपये से कम कीमत वाली पेट्रोल गाड़ियों को हो सकता है। इन नियमों से बड़े यूटिलिटी व्हीकल्स बनाने वाली OEM (ऑरिजनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर) सहित डीजल इंजन गाड़ियां बनाने वाली कंपनियां नुकसान में रह सकती हैं।
मारुति सुजुकी के चेयरमैन आर सी भार्गव के मुताबिक, अप्रैल 2020 से BS6 एमिशन नार्म्स लागू होने पर डीजल कारों की बिक्री घटेगी और पेट्रोल कार की सेल्स बढ़ेगी। खासतौर पर 10 लाख रुपये से कम की पेट्रोल कारों की बिक्री में तेजी ज्यादा रह सकती है। सबसे ज्यादा छोटी पेट्रोल कारों के मॉडल मारुति सुजुकी के पास हैं। यदि आप गौर करेंगे तो पाएंगे कई वाहन निर्माता कंपनियां अपनी डीजल इंजन वाली छोटी कारों को बंद करने पर भी विचार कर रही हैं।
मारुति के चेयरमैन आर सी भार्गव के मुताबिक, हाल में NCR में 10 साल से पुरानी डीजल कारों और 15 साल से ज्यादा पुरानी पेट्रोल कारों के चलने पर बैन लगने, पेट्रोल और डीजल के दाम में अंतर घटने और कुछ राज्यों में डीजल की कीमत ज्यादा होने से कंज्यूमर्स के कारों की खरीदारी के फैसलों पर गहरा असर हो सकता है।
भार्गव का कहना है कि पिछले कुछ सालों में पेट्रोल गाड़ियों की बिक्री काफी बढ़ी है। वित्त वर्ष 2015 में बिकीं गाड़ियों में 48 पर्सेंट डीजल वाली थीं, जबकि 52 पर्सेंट पेट्रोल वाली गाड़ियां थी। जबकि वित्त वर्ष 2019 में डीजल गाड़ियों की बिक्री घटकर 36 पर्सेंट पर आ गई।
पेट्रोल गाड़ियों को लोग कम माइलेज के चलते थोड़ा कम वरीयता देते थे लेकिन अब लोगों की सोच में और स्थितियों में थोड़ा अंतर आया है। एक्सपर्ट्स का भी मानना है कि पेट्रोल इंजन वाली गाड़ियों का माइलेज और परफॉर्मेंस बेहतर हुआ है और एक्सेलरेशन भी शानदार हुआ है।
एक महत्वपूर्ण बात यह भी है कि छोटी पेट्रोल कारों और SUV को BS6 में अपग्रेड करने से इनकी कीमत में पहले के मुकाबले 3 से 5 पर्सेंट की मामूली बढ़ोतरी होगी, वहीं डीजल गाड़ियों को BS6 में अपग्रेड करने में इनकी कीमत में ज्यादा बढ़ोत्तरी होगी। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, 10 लाख रुपये से अधिक दाम वाली गाड़ियां ज्यादा बनाने कंपनियां कीमत महंगे होने का बोझ कस्टमर्स पर डालेंगी।