गांधीजी के लिए जन्मदिन सामान्य दिनों की तरह होता था, वह उस दिन भी अपने काम में लगे रहते थे. पर 2 अक्तूबर, 1947 को वे बहुत निराश और असहाय थे. देश के बंटवारे से वे बहुत निराश थे. मृत्यु उनके मन पर बहुत हावी थी. ...
महात्मा गांधी ने अपने आसपास के लोगों को स्वच्छता बनाए रखने संबंधी शिक्षा प्रदान कर राष्ट्र को एक उत्कृष्ट संदेश दिया था। उन्होंने ‘स्वच्छ भारत’ का सपना देखा था जिसके लिए वह चाहते थे कि भारत के सभी नागरिक एक साथ मिलकर देश को स्वच्छ बनाने के लिए कार्य ...
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को 77वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से लगातार दसवीं बार तिरंगा ध्वज फहराएंगे और फिर देश को संबोधित करेंगे। देश के प्रधानमंत्री के तौर पर लाल किले से सबसे ज्यादा 17 बार तिरंगा पंडित जवाहरलाल नेह ...
दिल्ली की जामिया पहुंचने से पहले मुंशी प्रेमचंद सेवासदन’ (1918), ‘रंगभूमि’ (1925), ‘कायाकल्प,’ (1926), ‘निर्मला’ (1927), ‘गबन’ (1931), ‘कर्मभूमि’ (1932) और अनेक कहानियां और उपन्यास लिख चुके थे। ...
पाकिस्तान का दुर्भाग्य है कि उसे शुरू से ही एक नंबर की भ्रष्ट सेना को झेलना पड़ रहा है. पिछले साल जब पाकिस्तान बाढ़ से तबाह हो रहा था, तब वहां की सरकार अमेरिका से एफ-16 लड़ाकू विमानों को खरीदने का सौदा कर रह थी. ...