हमारे लिए इस समय सबसे बड़ी चुनौती चीन है जो हमें परेशान करने का कोई मौका नहीं छोड़ता. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सीमा पर बसे गांव किबिथू पहुंचकर जो हुंकार भरी है उसकी गूंज चीन को जरूर सुनाई दे रही होगी. चीन को अब समझ लेना चाहिए कि यह 1962 का हिं ...
लोकतंत्र वहीं पनपता है, वहीं परिपक्व होता है जहां आलोचना के स्वरों का सम्मान होता है. सत्ता की आलोचना करना देश का विरोध करना नहीं होता है. आलोचना वह जरूरी तत्व है जिसके बगैर लोकतंत्र के मजबूत बने रहने की कल्पना हम कर ही नहीं सकते. हम सौभाग्यशाली हैं ...
भ्रष्टाचार पर काबू पाने के लिए कानून तो एक के बाद एक बने लेकिन हकीकत यही है कि भ्रष्टाचार करने वाला कोई न कोई रास्ता ढूंढ़ ही लेता है. भ्रष्टाचारियों पर नकेल कसने के लिए सरकार ने एक बार फिर एक नया कदम उठाया है. उम्मीद की जानी चाहिए कि इस बार कानून मे ...
राहुल गांधी ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि एक चुनावी सभा में की गई उनकी टिप्पणी जी का जंजाल बन जाएगी. सजा हो जाएगी और लोकसभा की सदस्यता चली जाएगी! इसलिए बहुत जरूरी है कि हम भाषा को लेकर संयमित रहें. लोकतंत्र में आलोचना जरूर है लेकिन उतना ही जरूरी है बोल ...
संगीत की इबादत करने वाले 58 अफगानी किशोर और युवा अपने गुरु के नेतृत्व में बिल्कुल अलग तरीके से तालिबान की मुखालफत में जुटे हुए हैं. तालिबान ने जिस संगीत पर प्रतिबंध लगा रखा है, उसे ये पूरी दुनिया में पहुंचाना चाह रहे हैं. हौसला अफजाई के लिए इनके कंसर ...
शी जिनपिंग तीसरी बार चीन के राष्ट्रपति चुने गए हैं. यह केवल एक देश चीन का अंदरुनी मामला नहीं है क्योंकि जिनपिंग महज राष्ट्रपति नहीं बल्कि एक तानाशाह की भूमिका में हैं. उन्होंने अपने देश में तो विरोध की हर आवाज को कुचला ही है, दुनिया में भी ऐसा ही करन ...
खुद को भगवान बताने वाले भगोड़े नित्यानंद ने संयुक्त राष्ट्र की बैठक में अपने काल्पनिक देश कैलासा का प्रतिनिधि आखिर कैसे पहुंचा दिया? यह कोई छोटी घटना नहीं है. हिंदुस्तान को पूरी सख्ती के साथ इस मामले में संयुक्त राष्ट्र से जवाब तलब करना चाहिए. इसके स ...
लाहौर के सातवें फैज महोत्सव में जावेद अख्तर ने पाकिस्तान को तीखे तेवर के साथ जो आईना दिखाया उसकी खूब चर्चा हो रही है. हिंदुस्तान में विरोधियों से भी तारीफें मिल रही हैं और पाकिस्तान में आलोचना का शिकार बनाया जा रहा है. वैसे इन सबसे अलग उन्होंने कई ऐस ...