यह दौरा इसलिए और भी अहम है क्योंकि म्यांमार में लोकतंत्र के हिंसक दमन चक्र को लेकर वहां का सैन्य शासन अमेरिका व यूरोप जैसी अन्य बड़ी ताकतों सहित कमोबेश दुनिया के काफी देशों के अलगाव के दायरे में है। वहीं भारत ने खास तौर पर पूर्वोत्तर के सीमावर्ती क्ष ...
इस सप्ताह पांच मध्य एशियाई देशों- कजाकिस्तान, किर्गिज रिपब्लिक, तजाकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान के विदेश मंत्रियों के साथ विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर के साथ हुए भारत-मध्य एशिया संवाद के बाद अब इन सभी पांच देशों के राष्ट्राध्यक्ष इस वर्ष गण ...
भारत-बांग्लादेश संबंधों की बात करें तो दोनों के रिश्ते खास तौर पर बीते डेढ़ दशक में निरंतर मजबूत हुए हैं. फिलहाल भारत-बांग्लादेश संबंध काफी अच्छे दौर में हैं, यह सच है कि संबंधों में उतार-चढ़ाव आते रहे हैं. ...
रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन हाल ही में भारत-रूस की 21वीं वार्षिक शिखर बैठक में हिस्सा लेने भारत आए. इस यात्रा से ऐसा लगा कि बदलते सत्ता समीकरणों में अनेक वैश्विक मुद्दों पर बढ़ते फासलों को दोनों ही द्विपक्षीय संबंधों पर हावी नहीं होने देने के ल ...
गौरतलब है कि गत जुलाई में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की तिब्बत यात्रा के बाद से वहां चीन की गतिविधियां तेजी से बढ़ी हैं. वहां उसकी सैन्य मौजूदगी और निर्माण कार्यो में तेजी आई है. ...
अमेरिका ने अगले माह 9-10 तारीख को दुनिया भर में लोकतांत्रिक मूल्यों और मानवाधिकारों का सम्मान किए जाने के अहम मुद्दे पर विश्व नेताओं के साथ चर्चा करने के लिए ‘लोकतांत्रिक देशों’ का अपनी तरह का पहला वैश्विक शिखर सम्मेलन बुलाया है. ...
करतारपुर कॉरिडोर को लेकर चल रही घरेलू राजनीति से इतर देखना होगा कि पाकिस्तान क्या आतंक का सहारा छोड़ रिश्तों में सकारात्मकता लाने की कोशिश करेगा और 4.7 किमी का यह गलियारा क्या दोनों के तल्ख रिश्तों के बीच सकारात्मकता का नया संदेश लाएगा। ...
अफगान मसले से संबद्ध रूस, ईरान सहित मध्य एशिया के इन देशों की इस बैठक में मौजूदगी से जाहिर होता है कि भारत की इस पहल का स्वागत हुआ है और इन देशों ने संकेत दिया है कि वे अफगान मुद्दे पर भारत के वैध सरोकारों, चिंताओं और हितों और उसकी अहम तथा प्रभावी भू ...