किताबें हर विषम हालात का मुकाबला करने में सक्षम हैं, वे नई परिस्थितियों में ढल कर, किसी भी तकनीकी में लिप्त हो कर ज्ञान-ज्योति प्रज्ज्वलित रखने में हिचकिचाती नहीं हैं. ...
कोई दो साल पहले ही सिक्किम राज्य के लाचेन गांव ने किसी भी तरह के बोतलबंद पानी के अपने क्षेत्र में बिकने पर सख्ती से पाबंदी लगा दी. यहां हर दिन सैकड़ों पर्यटक आते हैं लेकिन अब यहां बोतलबंद पानी या प्लास्टिक की पैकिंग का प्रवेश नहीं होता. ...
लोकतंत्र के मूल आधार निर्वाचन की समूची प्रणाली ही वित्त-प्रधान हो गई है और विडंबना है कि सभी राजनीतिक दल चुनाव सुधार के किसी भी कदम से बचते रहे हैं. वास्तव में यह लोकतंत्र के समक्ष नई चुनौतियों की बानगी मात्र था. ...
लगातार इतनी जल्दी-जल्दी आ रहे चक्रवाती तूफान के बीच जलवायु परिवर्तन बड़ा कारण है. सारी दुनिया के महासागर तेजी से गर्म हो रहे हैं. आगे ये संकट और भी बढ़ने की आशंका है. ...
पर्यावरण को लगातार हो रहे नुकसान के संबंध में अभी भी ठोस कदम नहीं उठाए जा सके हैं. सबसे ज्यादा असर अब पहाड़ों और जंगलों पर नजर आने लगा है. रोज ऐसे कई उदाहरण नजर आते हैं. ...
प्रदूषण भले ही चरम पर पहुंचता जा रहा है कि लेकिन आतिशबाजी कायम है. दिल्ली-एनसीआर में इस बार भी दीपावली पर वही दृश्य नजर आया. हवा के जहरीले होने का बीते चार साल का रिकार्ड टूट गया. ...