आपको बता दें कि अयोध्या में वानरों को ऐसी दावतें प्रायः मिलती रहती हैं। देश व प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से अयोध्या आये श्रद्धालु, पर्यटक और पुण्यार्थी तो उनको श्रद्धाभाव से चने व अमरूद वगैरह खिलाते ही हैं स्थानीय लोग भी उनसे पीछे नहीं रहते हैं। ...
विद्वानों की मानें तो पश्चिम में पत्रकारिता जरूर आधुनिक विधा के रूप में सामने आई, लेकिन हिंदी में शुरू से ही मसिजीविता उसका अभिन्न अंग रही। इसलिए एक वक्त हिंदी पत्र-पत्रिकाओं के प्रायः सारे संपादक या तो साहित्यकार हुआ करते थे या फिर हिंदी भाषा के बड़ ...
स्वतंत्रता संघर्ष के दौरान वे जिन मूल्यों के साथ रहे और प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने जैसे आधुनिक, धर्मनिरपेक्ष और बहुलतावादी भारत का निर्माण करना चाहा, उससे जुड़े उनके विचारों व कदमों की यह कहकर तो आलोचना की जा सकती है कि कई मामलों में वे कुछ ज् ...
आधी शताब्दी से भी ज्यादा लंबी अपनी राजनीतिक पारी में देश के पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर ने दो चीजों का बहुत मुखर विरोध किया। पहली राजनीतिक छुआछूत और दूसरी वंशवाद। ...
हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी ने फौरन पंजाब केसरी की मौत का बदला लेने की ठान ली। लेकिन 17 दिसंबर, 1928 को उन पर प्राणघातक लाठीचार्ज के लिए जिम्मेदार पुलिस सुपरिंटेंडेंट जेम्स ए स्कॉट की हत्या की योजना पर अमल के दौरान भगत सिंह व राजगुरु ने गफलत ...
देशवासियों ने नेताजी सुभाषचंद्र बोस के 18 अगस्त, 1945 को ताइपेह में हुई विमान दुर्घटना में निधन की खबर को खारिज कर उन्हें अपनी स्मृतियों में जिंदा रखा। इस उम्मीद के साथ कि वे एक बार फिर अपना महानायकत्व प्रमाणित करते हुए लौट आएंगे। ...
अकारण नहीं कि हर मकर संक्रांति पर देश की विभिन्न नदियों में स्नान कर सूर्य को पिता स्वरूप मानकर नमस्कार किया जाता है और उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त की जाती है। जानकार बताते हैं कि सूर्य के प्रति कृतज्ञता की यह परंपरा बिल्कुल वैसी ही है जैसी धरती को मा ...