प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेंगलुरु में चंद्रयान-3 की मुहिम के कठिन दायित्व वाले कार्य को अंजाम दे रहे और उससे गहनता से जुड़े वैज्ञानिकों के दल को संबोधित करते हुए आभार जताया है। ...
तुलसीदासजी के राम हम सबके घर के सदस्य सरीखे हैं. उनके लिए कोई ‘पर’ या ‘इतर’ (दूसरा) नहीं है. सभी उनके निकट है और अपने हैं. राम जीवन की हर कठिनाई को झेलने वाले व्यक्ति हैं. मर्यादा पुरुषोत्तम हैं पर जीवन में शायद ही कोई ऐसा कष्ट होगा जो वे नहीं झेलते ...
‘स्वतंत्रता’ शब्द सुन कर अक्सर मन में सबसे पहले बंधनों से मुक्ति का भाव आता है। इस स्थिति में किसी तरह के बंधन नहीं रहते और प्राणी को स्वाधीनता का अहसास होता है। ...
एक उदाहरण बिहार में गंगा पर बन रहे पुल के मामले से जुड़ा है। यह पुल एक नहीं, दो नहीं, तीन बार ध्वस्त हुआ और हर बार दोषियों पर कार्रवाई करने के लिए सरकार कहती रही और न कार्रवाई हुई, न समस्या दूर हुई। ...
आज के युग में जब पंथनिरपेक्षता (सेक्युलरिज्म), वैज्ञानिकता, राष्ट्रीय एकता तथा सामाजिक समता के लक्ष्य को स्वीकार किया जा रहा है, सारे देश के लिए समान नागरिक संहिता एक स्वाभाविक आवश्यकता हो गई है। ...
योग का क्रमबद्ध पाठ्यक्रम स्कूली शिक्षा के सभी स्तरों पर अनिवार्य रूप से लागू करने की आवश्यकता है. यह किसी धर्मविशेष की नहीं, सारी मानवजाति की अनमोल विरासत है. ...