एक तरफ तो यह सरकार दिखा रही है कि उसके कार्यकाल में प्रदेश ने अभूतपूर्व तरक्की की है, और दूसरी तरफ चुनावी मुहिम में पहले दिन से अब तक मुख्यमंत्री आदित्यनाथ और गृह मंत्री अमित शाह ‘अखिलेश के अब्बाजान’, ‘अस्सी बनाम बीस’, ‘मुगलों से संघर्ष की विरासत’ जै ...
राजनीतिक जीवन में भ्रष्टाचार का एकदम नया पहलू है राजनीति का व्यापारीकरण. बात यह नहीं है कि व्यापारी अपने फायदे के लिए राजनेताओं को दे-दिला कर पटा लेते हैं. बात तो कुछ और है और न केवल दूर तलक जाती है, बल्कि बहुत दूर से इसका आगमन होता है. बात पेशेवर व् ...
आज के दौर में चुनाव का हाल ये है कि किसी सामान्य व्यक्ति या कार्यकर्ता के लिए किसी भी पार्टी से टिकट हासिल करना सबसे मुश्किल है. चुनाव में जो कम से कम एक करोड़ रुपए खर्च करने का इंतजाम कर सकता है तो माना जाता है कि उसके पास कम से कम विधानसभा का टिकट ...
पंजाब में आम आदमी पार्टी की दावेदारी इस समय सबसे ज्यादा मजबूत लग रही है. लेकिन उसके सामने सबसे बड़ी समस्या यह है कि मुख्यमंत्री पद के चेहरे के रूप में किसे पेश करे. ...
सीएसडीएस-लोकनीति के अनुसंधानकर्ता राहुल वर्मा और प्रणव गुप्ता ने बिहार चुनाव का अध्ययन करके बताया था कि लालू-नीतीश के महागठबंधन की सामाजिक शक्तियों के साथ मुसलमान वोटरों के गठजोड़ ने नीतीश कुमार की शानदार जीत सुनिश्चित की. दिल्ली में भी ऐसा ही हुआ था ...
अमेरिकी लोकतंत्र के शीर्ष नेतृत्व की इन बेबाक प्राथमिकताओं के मुकाबले अगर हम भारत में चल रही आर्थिक बहस पर नजर डालें तो पता चलता है कि हमारे नेतृत्व की प्राथमिकताएं कुछ अलग तरह की हैं. ...