सेकेंड के 100वें हिस्से से ओलंपिक मेडल जीतने से चूक गई थीं पीटी उषा, जानिए उनसे जुड़ी खास बातें
By सुमित राय | Published: June 27, 2018 07:59 AM2018-06-27T07:59:20+5:302018-06-27T07:59:20+5:30
PT Usha Birthday Special: पीटी उषा का जन्म 27 जून 1964 को केरल राज्य में कोजिकोड जिले के पय्योली गांव में हुआ था।
पीटी उषा का जन्म 27 जून 1964 को केरल राज्य में कोजिकोड जिले के पय्योली गांव में हुआ था। भारत की इस एथलीट को लोग उड़नपरी और पय्योली एक्सप्रेस कहा जाता है। रनिंग ट्रैक पर पीटी उषा की स्पीड से दुनियाभर के लोगों को प्रभावित किया है। गरीब परिवार में जन्मी पीटी उषा का शुरुआती करियर काफी मुश्किलों भरा रहा और उनके पास किराए तक के पैसे नहीं होते थे। हालांकि पीटी उषा ने सभी मुश्किलों का सामना करते हुए देश का नाम रौशन किया।
पीटी उषा से जुड़ी खास बातें
1. पीटी उषा को जिंदगी में एक ही अफसोस रहा कि वे 1984 में लांस एंजिलिस में हुए ओलंपिक में 400 मीटर की दौड़ में 1/100 सेकेंड से गोल्ड मेडल से चूक गई थीं।
2. पीटी उषा ने 1980 के मॉस्को ओलंपिक से अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थीं। उस समय वह 16 साल की थी और भारत की ओर से ओलंपिक में भाग लेने वाली सबसे युवा एथलीट थीं। मॉस्को ओलंपिक में उन्होंने 100 मीटर फर्राटा दौड़ में हिस्सा लिया था।
3. पीटी उषा ने साल 1982 के नई दिल्ली एशियाड में पहली बार भारत के लिए 100 मीटर और 200 मीटर फर्राटा दौड़ में 2 रजत पदक हासिल किए थे।
4. साल 1982 में विश्व कनिष्ठ प्रतियोगिता, सियोल में उन्हें 1 स्वर्ण और 1 रजत और नई दिल्ली एशियाई खेलों में 2 रजत पदक जीता था।
5. पीटी उषा को उनकी शानदार उपलब्धियों के लिए कई पुरस्कार और सम्मान मिल चुके हैं। पीटी उषा को साल 1984 में अर्जुन पुरस्कार, साल 1984 में ही पद्म श्री सम्मान से नवाजा गया था। साल 1984, 1985, 1986, 1987 और 1989 में एशिया की सर्वश्रेष्ठ धाविका, साल 1986 सियोल एशियाई खेल में सर्वश्रेष्ठ धाविका का पुरस्कार, साल 1985, 1986 सर्वश्रेष्ठ धाविका के लिए विश्व ट्रॉफी जीत चुकी हैं।