दुती चंद को ओडिशा सरकार देगी 1.5 करोड़ रुपये, एशियन गेम्स के 100 मीटर रेस में जीता है सिल्वर मेडल
By विनीत कुमार | Published: August 27, 2018 03:16 PM2018-08-27T15:16:11+5:302018-08-27T15:17:56+5:30
18वें एशियन गेम्स के फाइनल में दुती ने 11.32 सेकेंड का समय निकाला जो 11.29 के उनके नेशनल रिकॉर्ड से थोड़ कम है।
नई दिल्ली, 27 अगस्त: ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इंडोनेशिया में जारी 18वें एशियन गेम्स के 100 मीटर रेस में 20 साल बाद भारत की झोली में मेडल डालने में कामयाब रहीं स्टार फर्राटा धाविका दुती चंद को 1.5 करोड़ रुपये इनाम के तौर पर देने की घोषणा की है। दुती ने रविवार को 100 मीटर फाइनल में सातवें नंबर की लेन में दौड़ते हुए सिल्वर मेडल जीता। दुती केवल 0.02 सेकेंड से गोल्ड मेडल से चूक गईं।
भारत ने एशियाई खेलों की 100 मीटर महिला दौड़ में पिछली बार 1998 में पदक जीता था जब रचिता मिस्त्री कांस्य पदक जीतने में सफल रही थी। 18वें एशियन गेम्स के फाइनल में दुती ने 11.32 सेकेंड का समय निकाला जो 11.29 के उनके नेशनल रिकॉर्ड से थोड़ कम है।
दुती की उपलब्धि पर ओडिशा के मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी एक बयान में कहा गया, 'यह गर्व की बात है कि ओडिशा से किसी ऐथलीट ने देश को 20 साल बाद इस स्पर्धा में पदक दिलाया है। 1998 एशियन गेम्स में ओडिया एथलीट रचिता मिस्त्री ने मेडल दिलाया था। दुती की इस उपलब्धि और कड़ी मेहनत को देखते हुए मुख्यमंत्री ने 1.5 करोड़ रुपये से सम्मानित करने का फैसला किया है।'
Odisha Chief Minister Naveen Patnaik announces a cash reward of Rs 1.5 crore for sprinter Dutee Chand for winning a silver medal in women's 100 m final at #AsianGames2018 (File pic) pic.twitter.com/i04IPwip7V
— ANI (@ANI) August 27, 2018
ओडिशा से ताल्लुक रखने वालीं 22 साल की दुती का ये पहला एशियाड था। इंटरनेशनल असोसिएशन ऑफ एथलेटिक्स फेडरेशन (आईएएएफ) ने 2014 में अपनी हाइपरएंड्रोगेनिजम नीति के तहत उन्हें निलंबित कर दिया था लेकिन उन्हें खेल पंचाट में अपील दायर की और इस मामले में जीत दर्ज करते हुए वापसी की।
हाल में आईएएएफ के संशोधित नियम के तहत दुती हाइपरएंड्रोगेनिजम नीति के दायरे से बाहर आईं जिससे उन्हें अपना करियर आगे बढ़ाने का मौका मिला।